ख़बरें अभी तक। मुख्यमंत्री पलवल के गांव दुधौला स्थित श्री विश्वकर्मा स्किल यूनिवर्सिटी पहुंचे सीएम मनोहल लाल ने रोजगार के लिए भटक रहे युवाओं को एक अजीब नसीहत दे डाली. सीएम ने दो टूक कहा कि केवल डिग्री लेने से नौकरी नहीं मिल जाती है. हरियाणा सरकार का मानना है कि उनके पास इतनी पोस्ट्स नहीं हैं जितने युवा ग्रेजुएट या पोस्ट ग्रेजुएट घूम रहे हैं.
वहीं मुख्यमंत्री पदों की कमी का हवाला देते कहा कि ग्रेजुएट या पोस्ट ग्रेजुएट होकर आप नाई, मिस्त्री नहीं बन सकते. नाई, मिस्त्री बनने के लिए आपको काम सीखना पड़ेगा.
मसलन अब हरियाणा में ग्रेजुएट या पोस्ट ग्रेजुएट की डिग्री कोई मायने नही रखती. आपको काम सीखकर खुद रोजगार हासिल करना होगा. मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अपनी दलील इस तरह दी कि प्रदेश में 5 साल में 2 लाख युवा सरकारी रोजगार के लिए तैयार होते हैं, जिनमें से एक साल में केवल 12 से 15 हजार को ही सरकार रोजगार दे सकती है.
5 सालों में केवल 50 से 60 हजार तक ही सरकारी नौकरी दे सकती है. बाकि 1 लाख 85 हजार को खुद ही रोजगार पैदा करने होंगे. एक तरफ सरकार हर साल कई लाख युवाओं को रोजगार देने की बात कहती रही है. इस बयान के बाद से लाखों बेरोजगार लोगों को झटका लग सकता है