कभी लड़को के साथ खेलती थी क्रिकेट, आज हरियाणा अंडर-19 गर्ल्‍स टीम की मिली कप्तानी

ख़बरें अभी तक। रोहतक की बेटी शैफाली ने  “म्हारी छोंरीयां छोरों ते कम हैं के” फिल्‍म दंगल के आमीर खान के इस डायलॉग को सच करके दिखाया है. शैफाली करीब 10 साल की थी और वह रोहतक के एक निजी स्कूल में पांचवीं कक्षा में पढ़ती थी तब वह क्रिकेट खेलती थी। स्कूल में कोच सुनील ने उसकी प्रतिभा को पहचाना और उसके खेल को निखारा। अब शैफाली को हरियाणा अंडर-19 गर्ल्‍स टीम की कप्‍तानी की कमान मिली है।

खास बात यह रही की बॉय कट हेयर स्टाइल रखने वाली शैफाली को परिवार और कोच का सहारा मिला, तो वह लड़कों की टीम में खेलने लगी। करीब दो साल पहले शैफाली ने झज्जर रोड स्थित क्रिकेट अकादमी में अभ्यास शुरू किया। यहां हरियाणा की रणजी टीम के पूर्व कोच अश्वनी भी उनकी प्रतिभा के कायल हो गए। वहीं कोच अमन ने भी शैफाली के खेल की खूब सराहना की।

साल 2017 में भी स्कूली नेशनल खेलों में शैफाली ने तीन बार मैन ऑफ द मैच का खिताब अपने नाम किया। इसी साल वे हरियाणा टीम की कप्तान बनी और उन्होंने अंडर-16 में उम्दा प्रदर्शन किया।

वर्ष 2018 में उन्होंने बीसीसीआई की ओर से आयोजित टी-20 सीनियर, अंडर-23 में बेहतरीन प्रदर्शन किया। इस कारण उसका नाम अंडर-19 ग्रीन इंडिया में आया। शैफाली ने चैलेंजर ट्राफी में भी शानदार खेल दिखाया।