ममता का दावा “ट्रेड यूनियनों की हड़ताल से राज्य में नहीं होगा कोई असर”

खबरें अभी तक। मंगलवार को ट्रेड यूनियनों द्वारा बुलाई गई हड़ताल में 20 करोड़ श्रमिकों के शामिल होने का अनुमान लगाया जा रहा है. बता दें कि इस हड़ताल में 10 केंद्रीय श्रमिक संघो ने हाथ मिलाया है, दूरसंचार, स्वास्थ्य, शिक्षा, कोयला, इस्पात, बिजली, बैंकिंग, बीमा और परिवहन क्षेत्र के लोग इस हड़ताल में शामिल होंगे.

इस हड़ताल को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दावा किया कि ट्रेड यूनियनों द्वारा बुलाई गई इस हड़ताल का राज्य में कोई असर नहीं होगा. केंद्र सरकार की जन-विरोधी नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए मंगलवार से 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने 48 घंटे के राष्ट्रव्यापी बंद का आह्वान किया है.

ममात ने कहा कि मैं इस पर एक शब्द भी नहीं बोलना चाहती हूं. हमने किसी भी बंद को समर्थन नहीं देने का फैसला किया है. अब बहुत हो गया. पिछले 34 वर्षों में वाम मोर्चे ने बंद का आह्वान कर पूरे राज्य को बर्बाद कर दिया. अब कोई बंद नहीं होगा. राज्य सरकार ने घोषणा की है कि वह मंगलवार और बुधवार को अपने कर्मचारियों के आधे दिन की छुट्टी या आकस्मिक अवकाश लेने पर रोक लगाएगी.