यमुनानगर:  कैंसर की बीमारी से ग्रसित गांव, पिछले कुछ महीनों में हुई 6 मौतें

 

ख़बरें अभी तक। यमुनानगर के टिबड़िया गांव के लोगों की माने तो यहां पिछले कुछ महीनों में लगभग 6 मौते हो चुकी है और इन सभी मौतों को कैंसर की बीमारी से जोड़ा जा रहा है । जिनकी मौत हुई उनकी उम्र 40 से 45 साल के बीच थी, गांव वालों का कहना है कि कैंसर से पीड़ित हमारे इस गांव में ट्यूबेल का गंदा पानी है, जो हमे कैंसर की बीमारी दे रहा है। जिसके लिए हमने स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन को कई बार अवगत करवाया लेकिन न तो आज तक कोई यहाँ पानी का सैम्पल लेने आया न ही कोई स्वास्थ्य की जांच करने ।

वहीं कुछ लोगों का कहना है कि गांव में कैंसर से जो मौते हो रही है उसके पीछे यंहा पानी, आसपास की गन्दगी ओर कई कारण भी हो सकते है। हमें लगता है की ट्यूबेल के खराब पानी की वजह से स्वास्थ्य के साथ ऐसा हो रहा है। आजतक प्रसाशन की ओर से  हमारे गांव में कोई भी सुध लेने नही आया , चंडीगढ़ में ईलाज के दौरान कई मौत हुई ,उन्होंने भी मौत को ही कैंसर का कारण बताया।

कैंसर ग्रसित इस गांव की बात जब मीडिया में आई तो स्वास्थ्य विभाग में खलबली मच गई। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी डॉ विजय दहिया ने बताया कि हमारे संज्ञान में भी आया है कि वहां 30 से ज्यादा की उम्र के लोगों में कैंसर के लक्षण पाए गए हैं। हमें ऐसा लगता है कि उस गांव में जो इस प्रकार की लक्षण सामने आ रहे हैं। उसका कारण पान और गुटखा पान और गुटके का प्रचलन उस इलाके में काफी है।

विजय दहिया नें कहा हमारी टीम ने वहां जाकर उनको समझाया भी है और रोज हमारे यहां सिविल अस्पताल में स्क्रीनिंग प्रोग्राम चलता है। आमजन के लिए भी यही सलाह है कि तंबाकू और धूम्रपान यह मुख्य कारण है। कैंसर का इससे बिल्कुल परहेज करें इसका कोई फायदा नहीं है। लेकिन हमारे सामने अभी तक मौत का कोई ऐसा मामला सामने नहीं आया है। जो हमारी जानकारी में आया है हमें बताया गया है कि 30 के आसपास जो लोग हैं। वह इस प्रकार की बीमारी से ग्रसित है। उनमें ऐसे सिम्टम्स पाए गए हैं। लेकिन इसी वजह से मौत हुई हो इसकी अभी तक कोई पुष्टि नही हुई है।

अब देखना होगा कि जहाँ स्वास्थ्य विभाग को इस गांव में कैंसर की वजह से हुई मौत की कोई पुष्टि नही कर रहा केवल ऐसे लक्षण पाए गए है। उसी बात के बारे में बता रहा है लेकिन गांव के लोग गांव में हुई मौतों की वजह कैंसर बता रहे है। अब देखना होगा कि स्वास्थ्य विभाग कब पूरी जांच के बाद इस गांव में कैंसर की असली वजह ढूंढ पायेगा।