खतरनाक ड्राइविंग(Rash Driving) मामले में प्रदेश में नम्बर-1 गुरूग्राम

ख़बरें अभी तक। पुलिसिया लाख कोशिशों के बावजूद खतरनाक ड्राइवर यानी Rash Driving के मामले लगातार साइबर सिटी में ही बढ़ते जा रहे है और सिटी में हालात इस क़दर बिगड़ चुके है कि ऐसे Rash Drivers पहले जहां आम जनता को अपना शिकार बना उनकी मौत का कारण बनते थे। लेकिन अब ऐसे Rash Drivers पुलिस कर्मियों को भी अपना निशाना बनाने से नहीं चूक रहे है। इसकी बानगी का अंदाज़ा आप इसी बात से लगा सकते है कि बीते दिसम्बर 2018 में ही विभिन्न चौक चौराहों पर दो ट्रैफिक पुलिस कर्मियों को कुचलने तक के प्रयास ऐसे रफ और रेश ड्राइवर्स ने कर डाले।

वहीं आपको बता दे कि गुरुग्राम पुलिस ने 1 जनवरी 2018 से 31 दिसम्बर 2018 तक ऐसे Rash Driving ,Ruf Driving के तकरीबन 15 हज़ार 780 चालान किये, लेकिन बावजूद इसके लगातार आंकड़े बढ़ते जा रहे है और इसका खामियाजा चुकाना पड़ता है ऐसे लोगों को जो ऐसे ड्राइवर्स की भेंट चढ़ अपनी जिंदगी गवाने को मजबूर होते जा रहे है। 2018 में जहां 1200 के करीब सड़क हादसे दर्ज़ किये गए तो वहीं 442 लोग ऐसे रफ्तार के कहर के चलते सड़क हादसों में अपनी जान गवां चुके है।

वहीं इस मामले में गुरुग्राम के एसीपी क्राइम की माने तो गुरुग्राम पुलिस स्कूलों में कॉलेजों में जा कर बच्चों को युवाओं को जागरूक करने के प्रयास भी बीते लंबे समय से करते आ रहे है लेकिन युवा पीढ़ी पर तो जैसे Rash Driving ,Ruf Driving का खुमार बढ़ता ही जा रहा है। वहीं मामले बढ़ने की एक वजह यह भी की ऐसे ड्राइवर्स को की Rash Driving ,Ruf Driving के चलते चालनिंग का शिकार होते है या फिर ऐसी ड्राइविंग के चलते लोग अपनी जान गवाने तक को मजबूर है।

ऐसे मामले साबित होने के बाद महज ज्यादा से ज्यादा 3 साल की सज़ा और महज 1000 रुपये का जुर्माना वसूला जाता है। 3 साल की सज़ा होने के बाद भी आरोपी को हाथों हाथ जमानत मिल जाती है। बीते कुछ सालों में कई अभिनेता भी ऐसे मामलों में फंसे जिनमे सलमान खान के सड़क हादसे मामले का उदाहरण सबके सामने है।