बीमारी की आशंका को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्री हरियाणा अनिल विज ने दिए आदेश

ख़बरें अभी तक। हरियाणा में बीमारी की आशंका को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्री हरियाणा अनिल विज ने अधिकारियों को आदेश दिए है कि गुड़ बनाने वाले कोल्हू और मिलों पर मिलावट की आशंका के चलते सैम्पल भरने के स्वास्थ्य विभाग के जांच अधिकारियों को आदेश दिए है। आदेश के बाद स्वास्थ्य विभाग चौकन्ना हो गया है। हरियाणा में स्वास्थ्य विभाग ने जारी की छापेमारी।

हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने गुड़ बनाने में कास्टिक सोडा के मिलावट की मिल रही शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए अधिकारियों को गुड़ बनाने वाले कोल्हुओं ओर मिलों की जांच और सेंपल भरने के आदेश जारी किए हैं। उन्हें पिछले दिनों से गुड़ बनाने में केमिकल, कास्टिक सोडा मिलाने ओर सेहत के लिए नुकसान देह रंग मिलावट की शिकायते मिल रही थी। इसीलिए गुड़ की गुणवत्ता की छानबीन के लिए सारे प्रदेश में जांच के आदेश दिए हैं। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग गुड़ की जांच के लिए छापेमारी में जुट गया है।

आदेश मिलते ही स्वास्थ्य विभाग की खानपान गुणवत्ता की जांच के लिए अधिकारियों की टीम जुट गई है। जगह जगह टीम के अधिकारी छापेमारी करके सेम्पलिंग में जुट गए हैं। अम्बाला-जगाधरी रोड स्थित खुड्डा कलां, के पास गुड़ बनाने के कोल्हू पर सेम्पलिंग की गई। स्वास्थ्य जांच टीम अधिकारी ने मीडिया को बताया कि उन्होंने 8-9 मिलों पर छापेमारी की है और गुड़ बनाने के सेम्पल लिए है।

इसी के साथ पंचकूला, साहा सहित यमुनानगर में भी छापेमारी की जाएगी ओर स्वास्थ्य की रोकथाम के लिए सेम्पल भेजे जाएंगे इर रिपोर्ट आने पर उसके खिलाफ कारवाई की जाएगी। अधिकारी ने बताया कि वे यह जांच रहे हैं कि कोई व्यक्ति गुड़ में केमिकल, सोडा ओर हानिकारक रंग मिलावट की जांच कर रहे हैं ताकि इसके सेवन से लोगों को कैंसर, किडनी ओर अन्य बीमारियों से बचाया जाए।

वहीं गांव खुड्डा कलां में कोल्हू पर गन्ने के रस से गुड़ बना रहे गुरजीत ने बताया कि वे हर सीजन में गुड़ बनाने का काम करते हैं। वे गुड़ में किसी प्रकार के केमिकल, सोडा या हानिकारक रंग का इस्तेमाल नही करते। उनका कहना है वे गन्ने के रस को गर्म करके फाड़ने में भिंडी की बेल के पत्तों का प्रयोग करते हैं जो किसी भी तरह स्वास्थ्य के लिये हानिकारक नही हैं।