ख़बरें अभी तक: रेवाड़ी में बीते वर्ष फरवरी महीने में आंगनबाड़ी वर्करों की लंबी हड़ताल चली थी। आंगनबाड़ी वर्कर्स की मांग थी कि उन्हें फरवरी मार्च माह का मानदेय भत्ता, TA-DA व 1500 रुपए अतिरिक्त दिए जाए। सरकार ने किरकिरी से बचने के लिए आंगनबाड़ी वर्करों की लगभग सभी मांगों को स्वीकारते हुए हड़ताल को खत्म करवा दिया था।
लेकिन 10 महिने बीत जाने के बावजूद भी सरकार ने आंगनबाड़ी वर्कर्स की मांगे पूरी नहीं की है। सरकार से खफा होकर आज रेवाड़ी के नेहरु पार्क में आंगनबाड़ी वर्कर्स की यूनियन की एक बैठक आयोजित की गई, जिसमें वर्करों ने सरकार विरोधी नारे लगाए और मांगे न माने जाने पर फिर से धरना प्रदर्शन करने का फैसला किया।
इस बैठक को आंगनबाड़ी वर्कर्स यूनियन की प्रदेशाध्यक्ष छोटा गहलावत ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने 2017 के बाद से आज तक मिर्च – मसालें तक नहीं दिए है। सरकार शौच मुक्त अभियान (ODF)के तहत उनकी डयूटी लगाती है, लेकिन CDPO कार्यालय सहित 90 फ़ीसदी सेंटरों में शौचालय की सुविधा तक नहीं है। उन्होंने कहा कि पिछले सात महिने से वेतन नहीं मिल रहा है। ऐसे में विधवाओं का घर चलाना मुशिकल हो गया है। सरकार को चेतावनी देते हुए छोटा गहलावत ने कहा है कि मांगे न मानी तो फिर से सरकार के विरुद्ध आंदोलन होगा ।