सबरीमाला मंदिर में प्रवेश के लिए महिलाओं ने बनाई 620 किमी लंबी मानव श्रृंखला

ख़बरें अभी तक।  सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भी केरल के सबरीमाला मंदिर में महिलाओं को प्रवेश दिलाने में नाकाम रही राज्य सरकार ने अब सामाजिक अभियान का सहारा लिया है। सरकार ने मंगलवार को 620 किमी लंबी महिला शृंखला बनाने का आयोजन कराया। लैंगिक समानता के लिए इसमें राज्य के उत्तरी कासरगोड से दक्षिणी छोर तक राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे करीब 35 लाख महिलाओं ने हिस्सा लिया।

वहीं केरल की स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा ने इस शृंखला का नेतृत्व किया। वहीं, माकपा की वरिष्ठ नेता बृंदा करात इस शृंखला में आखिरी महिला थीं। शाम 4 बजे शुरू हुए इस अभियान में राज्य के 14 जिलों में लेखक, अभिनेता, खिलाड़ी, नेता, गृहणियां और सरकारी अधिकारी भी शामिल हुए। देवास्वम मंत्री कडकमपल्ली सुरेंद्रन ने बताया कि कुछ जिलों में स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है। वहीं विश्वविद्यालयों में मंगलवार को होने वाली परीक्षा स्थगित कर दी गई।

पिछले साल सितंबर में सुप्रीम कोर्ट ने 10 से 50 वर्ष की आयु की महिलाओं को भगवान अयप्पा स्वामी के मंदिर में प्रवेश की पाबंदी हटा दी थी। हालांकि, भगवान अयप्पा के भक्तों के विरोध के कारण अब तक एक भी महिला मंदिर में प्रवेश नहीं कर सकी है।