गन्नौर: एटीएम का डाटा चोरी कर लूट करने वाले आरोपी काबू

ख़बरें अभी तक। गन्नौर पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी एटीएम का डाटा चोरी कर नकली एटीएम क्लोनिंग तैयार कर सैकड़ों लोगों के खातों से लाखों रूपये निकाल कर चुना लगा चुके है। गन्नौर क्षेत्र के करीब 25 लोगों के खातों से भी निकाल चुके है पैसे। पकड़े गए तीन आरोपितों से भारी मात्रा में मिले है नकली एटीएम कार्ड व मशीनों के लिए प्रयोग की गई मशीनों व ब्लैंक कार्डों को पुलिस ने किया बरामद

पकड़े गए युवकों में इस गिरोह का मास्टर माइंड भिवानी निकासी सुरेन्द्र है जो सिविल इंजीनियर है इसके दो साथी दिल्ली नजफगढ़ निवासी रवि व झझर निवासी मनीष है। सुरेन्द्र ने रवि व मनीष को सीएनजी पंप पर नौकरी करने के लिए छोड़ रखा था जो ग्राहकों के एटीएम का डाटा चोरी कर सुरेन्द्र के पास भेजते थे और सुरेन्द्र फिर उससे नकली एटीएम का क्लोन तैयार कर पैसे निकालता था। मास्टर माइंड सुरेन्द्र इसके बदले दोनों को एक एक लाख रूपये सैलरी देता था। गत 22 दिसंबर को नेशनल हाइवे एक पर गांव लड़सौली के पास अजस सीएनजी पंप से रवि व मनीष को पुलिस ने गिरफतार किया था।

एटीएम क्लोनिंग के लिए प्रयोग की गई मशीनों व भारी मात्रा में ब्लैंक कार्डों को आरोपितों की निशानदेही पर पुलिस बरामद करने में कामयाब हो गई है। शनिवार  को डीएसपी संदीप मलिक व एसआईटी डीएसपी सुशीला ने संयुक्त रूप से प्रेसवार्ता करते हुए खुलासा किया कि पुलिस ने मास्टर माईंड सुरेंद्र के ठिकानों से 300 ब्लैंक कार्ड दो डाटा चोरी करने वाली मशीन चार डाटा स्वैप करने वाली मशीन के अलावा 8 लाख 40 हजार रूपये की नकदी बरामद की है। डीएसपी संदीप मलिक ने बताया कि सुरेंद्र ने एक मार्केटिंग फर्म बना कर बैंक में करंट आकाउंट खुलवा रखा था।

जिसके माध्यम से सुरेंद्र ने ऑनलाईन साईटों से मशीनों व कार्डों की काफी मात्रा में खरीदारी की और उनका भुगतान किया। उन्होंने बताया कि आरोपितों पर गन्नौर थाना में धोखाधड़ी के 3 मामले दर्ज हैं। जिनमें उन्होंने करीब 25 लोगों के एटीएम कार्डों के क्लोन तैयार कर पैसे निकलवाए हैं। पुलिस ने आरोपित से धोखाधड़ी के शिकार हुए लोगों के 8 लाख 40 हजार रूपये भी बरामद कर लिए हैं। इसके अलावा आरोपितों पर 4 मामले सोनीपत में भी दर्ज हैंए जिन पर पुलिस अभी उनसे पूछताछ कर रही है।

एटीएम क्लोनिंग मामले में पुलिस के हत्थे चढ़े तीनों आरोपितों को पुलिस ने सात दिन के रिमांड पर ले रखा है। पुलिस ने ठगी का शिकार हुए लोगों की लगभग सारी राशी बरामद कर ली है। इसके अलावा मशीनों व ब्लैंक कार्ड भी बरामद कर लिए हैं। आरोपितों के खिलाफ 4 मामले सोनीपत में भी दर्ज हैं। रिमांड अवधि 30 दिसंबर को पूरी हो जाएगी। इस दौरान सोनीपत में धोखाधड़ी का शिकार हुए लोगों के भी पैसे रिकवर करने का प्रयास पुलिस द्वारा किया जाएगा।