टूटे हुए पुल से लोग जान जोखिम में डालकर कर रहे आवागमन

ख़बरें अभी तक। 9 महीने पहले फरीदाबाद के सेक्टर 25 में नहर पर बना पुल अचानक से टूट गया था जिसका कार्य अब कछुआ चाल से चल रहा है 9 महीने बाद भी पुल अभी तक बनकर तैयार नहीं हुआ है। जिसके चलते टूटे हुए पुल पर से लोग जान जोखिम में डालकर आवागमन कर रहे हैं। जिसको लेकर बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान एलएन पाराशर ने सिंचाई विभाग की शिकायत प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को की है।

खतरों के खिलाड़ियों की तरह टूटे हुए पुल से हैं जान जोखिम में डालकर साइकिल के साथ निकल रहे यह लोग कोई एक्सपर्ट लोग नहीं है। ये वह मजबूर आम लोग हैं जो अपने गंतव्य तक जाने के लिए और कोई रास्ता ना होने के चलते हैं जान जोखिम में डालकर यहां से रोजाना गुजरते हैं मगर इस और किसी भी संबंधित अधिकारी का कोई ध्यान नहीं है बता दें कि मार्च 2018 में अचानक से गुड़गांव नहर के ऊपर बना हुआ पुल टूट गया था जिसके बाद से ही सिंचाई विभाग ने स्कूल के मरम्मत का काम शुरू किया।

मगर 9 महीने बीत जाने के बाद भी कछुआ की चाल चल रहा है यह विकास कार्य अभी तक पूरा नहीं हो पाया है जिसके चलते ना सिर्फ इस पुल से गुजरने वाले हैं लोगों को जान जोखिम में डालनी पड़ती है बल्कि इस पुल की वजह से बल्लभगढ़ से सोना जाने वाले सड़क पर भी लोगों को घंटों जाम में फंसना पड़ता है।

बार एसोशिएशन के पूर्व अध्यक्ष एवं न्यायिक सुधार संघर्ष समिति के अध्यक्ष एडवोकेट एल एन पाराशर ने शुक्रवार मौके का दौरा किया और कहा कि इस पुल को जल्द से जल्द बना देना चाहिए ताकि हजारों लोग परेशानी से निजात पा सकें। वकील पाराशर ने चेतावनी दी है कि वह सिंचाई विभाग के खिलाफ प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को शिकायत करेंगे

वहीं इस टूटे हुए पुल की वजह से रोड पर घंटों बेवजह जाम में फंसने वाले लोगों ने बताया कि पिछले कई महीनों से पुल का निर्माण कार्य चल रहा है मगर स्थिति ज्यों की त्यों बनी हुई है पुल का कार्य इतनी धीमी गति से किया जा रहा है कि 9 महीने बीत जाने के बाद भी फूल बनकर तैयार नहीं हुआ है जिसके चलते उन्हें परेशानी से जूझना पड़ता है।