रोडवेज कर्मचारियों ने सरकार पर लगाया बदनाम करने का आरोप

ख़बरें अभी तक। भिवानी में रोडवेज कर्मचारियों ने सरकार पर बदनाम कर निजीकरण करने का बड़ा आरोप लगाया है। कर्मचारी नेताओं का आरोप है कि सरकार ऑवरटाईम व गांवों में बसों का ठहराव बंद कर रोडवेज को बदनाम कर रही है ताकि जनता को गुमराह कर आसानी से निजीकरण किया जा सके।

बस स्टैंड पर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल कर नारेबाजी करते ये रोडवेज कर्मचारी यूनियनों के नेता हैं, जो जनता व नए कर्मचारियों को सरकार की नीतियों के बारे में जागरूक करने में लगे हैं। इन कर्मचारी नेताओं का आरोप है कि सरकार साजिश के तहत रोडवेज को बदनाम कर नीजिकरण करने में लगी है।

कर्मचारी नेता ओमप्रकाश ग्रेवाल ने बताया कि सरकार ने साजिश के तहत ऑवरटाईम बंद कर दिया जिसके बाद अकेले भिवानी जिला में रोजाना टिक्कटों की बिक्री 15 लाख रुपये की जगह केवल 7-8 लाख रुपये रह गई है। इसके बाद रोडवेज बसों के रोजाना के चक्कर भी कम हो गए हैं, जिससे यात्री परेशान हैं। उन्होंने कहा कि सरकार की इन नीतियों को लागू कर रोडवेज को घाटे में ला रही है और जनता को परेशान कर रही है।

उन्होंने कहा कि इसके पिछे सरकार की साजिश है ताकि रोडवेज को बदनाम कर व घाटे में दिखा कर जनता को रोडवेज के विरोध में खङा कर आसानी से नीजिकरण किया जा सके। निश्चित तौर पर रोडवेज में लागू हुए नए नियम ना केवल विभाग बल्कि जनता के लिए परेशानी बए हुए हैं। अब देखना होगा कि रोडवेज की लंबी हङताल के बाद रोङवेज कर्मचारी व सरकार के बीच चल रही आपसी खिंचतान भविष्य में क्या रंग लाती है।