आजादी का लड़ाई में पंजाब यूनिवर्सिटी की लड़कियों को मिली आजादी, प्रशासन ने मानी मांगे

ख़बरे अभी तक। पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ में चल रहे पीछले 48 दिनों से आजादी की लड़ाई में आखिरकार लड़कियों को आजादी मिल ही गई। लड़कियों की मांग थी कि उनके हॉस्टल लड़को के हॉस्टल की तरह 24 घंटे खुले.लेकिन ये हक लेने के लिए लड़कियों को करीब 48 दिनों तक अपने हक के लिए लड़ना पड़ा. आखिरकार जीत लड़कियों की हुई. पीयू प्रशासन ने लड़कियों की बात मानते हुए उनको उनका हक दे दिया है.

पंजाब विश्वविद्यालय में छात्राओं के गर्ल्स हॉस्टल 24 घंटे खुलेंगे. इस जीत के पीछे के पांच थिंक टैंक व 44 आंदोलनकारी थे. पंजाब विश्वविद्यालय के छात्र संघ चुनाव का परिणाम आते ही एसएफएस से अध्यक्ष कनुप्रिया चुनकर आईं। जीत के बाद घोषणाओं पर काम शुरू कर दिया। प्रमुख मुद्दा 24 घंटे गर्ल्स हॉस्टल खुलवाने का था। 22 सितंबर को एसएफएस के मुख्य पदाधिकारियों की बैठक हुई। उसके लिए आंदोलन के मुखिया चुने गए। मुख्य थिंक टैंक का जिम्मा छात्र दमन को दिया गया और आंदोलन को लीड करने का काम अध्यक्ष कनुप्रिया व हसनप्रीत को मिला।