पीने के पानी व सिचांई के पानी की समस्या को लेकर जनता सड़कों पर

ख़बरें अभी तक। जिला कुल्लू की खराहल घाटी में पीने के पानी और सिंचाई के लिए पानी की कमी को लेकर घाटी की 5 पंचायतों के ग्रामीणों ने एक रोष रैली का आयोजन किया। 5 पंचायतों के ग्रामीण सरवरी से लेकर ढालपुर तक धरना प्रदर्शन करते हुए डीसी कार्यालय पहुंचे। जहां उन्होंने डीसी के माध्यम से प्रदेश सरकार को एक ज्ञापन भी सौंपा। ज्ञापन में मांग की गई कि अगर 3 माह में खराहल घाटी के लिए पीने के पानी व सिंचाई के लिए पानी की किसी योजना को विस्तृत रूप नहीं दिया गया। तो पूरी घाटी की जनता सड़कों पर उतर आएगी और सरकार का विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।

किसान सभा के राज्य सचिव होतम सिंह सोंखला ने कहा कि प्रदेश सरकार की जिम्मेदारी है कि वह आम जनता को मूलभूत सुविधाओं को जुटाए लेकिन प्रदेश सरकार यहां जनता को सुविधा देने के मामले में अपना हाथ पीछे खींच रही है। उन्होंने कहा कि आज पूरे ही प्रदेश में पीने के पानी की समस्या है और सरकार जनता को पीने का पानी भी मुहैया नहीं करवा रही है। उनका कहना है कि जिला कुल्लू की खराहल घाटी में हर साल सूखा पड़ता है जिससे फसलों और पेड़ पौधों को काफी नुकसान होता है। वहीं घाटी की जनता को पीने के पानी की समस्या का हर साल सामना करना पड़ता है।

हालांकि इससे पहले भी घाटी की जनता ने कई बार सरकार को अपनी इस मांग से अवगत करवाया है लेकिन अभी तक सरकार इस दिशा में कोई भी उचित कदम नहीं उठा पाई है। ऐसे में अब घाटी की जनता ने सरकार से मांग की है कि जब तक घाटी के लिए पीने के पानी व सिंचाई के पानी की योजनाएं शुरू नहीं करती है तब तक इस घाटी को सूखाग्रस्त घोषित किया जाए और जनता को विशेष राहत भी प्रदान की जाए। अगर उसके बाद भी सरकार 3 माह में घाटी के लिए कोई विशेष योजना तैयार नहीं करती है तो घाटी की जनता सड़कों पर उतरकर सरकार का विरोध करने पर मजबूर हो जाएगी।