हरिद्वार: खतरे में प्राइमरी स्कूलों के बच्चों का भविष्य

ख़बरें अभी तक। बच्चों को देश का भविष्य कहा जाता है और बच्चों का भविष्य सुनहरा बनाने के लिए शासन स्तर पर काफी प्रयास किए जा रहे हैं शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए केंद्र सरकार लगातार प्रयासरत है लेकिन प्राइमरी स्कूलों में तैनात किए गए शिक्षक ही इन नन्हे-मुन्ने बच्चों का भविष्य अंधकारमय बनाने में डटे हुए हैं।

जी हां हम बात कर रहे हैं लक्सर क्षेत्र के टांडा महतोली गांव की इस गांव में स्थित प्राइमरी स्कूल में प्रतिदिन सुबह सवेरे बच्चों से स्कूल प्रांगण में साफ-सफाई कराई जाती है और स्कूल के अध्यापक अध्यापिकाएं इस ठंड के मौसम में आग सेकते नजर आते हैं इस विद्यालय में बच्चों से सफाई कराना ही एकमात्र अपराध नहीं है, इसके अलावा कक्षाएं शुरू होने पर भी विद्यालय के छात्र-छात्राएं इधर उधर ही बैठे नजर आते हैं.

उधर छात्र छात्राओं के अभिभावक यह सोच कर संतोष में रहते हैं कि उनके बच्चे विद्यालय में एक अच्छी शिक्षा प्राप्त कर अपने भविष्य को चमकाने में लगे हैं लेकिन विद्यालय में तो उल्टा ही हो रहा है बच्चों से साफ सफाई कराई जा रही है और कक्षाएं शुरू होने के उपरांत भी उनको शिक्षा नहीं दी जाती और सभी अध्यापक इधर-उधर टहलते नजर आते हैं अब देखना यह होगा ऐसे में बच्चों का भविष्य कैसे सुरक्षित होता है. एसडीएम लक्सर का कहना है की बच्चों से स्कूल में साफ सफाई कराना एक अपराध है यदि ऐसा पाया जाता है तो संबंधित स्कूल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।