बुलंदशहर हिंसा में शहीद इंस्पेक्टर सुबोध के बेटे का दर्द छलका, हिंदू-मुस्लिम ने ले ली मेरे पापा की जान

ख़बरें अभी तक। बुलंदशहर में हो रही हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध शहीद  हो गए. सुबोध भीड़ का शिकार हो गए थे. जिसके बाद देश और प्रदेश में सवाल उठने लगे. अब शहीद के बेटे ने बेहद दुखी और गुस्से से कहा है कि जिस पिता ने उन्हें ऐसा इंसान बनने की सलाह दी जो धर्म के नाम पर न लड़े, उस पिता की हिंदू-मुस्लिम लड़ाई में ही मौत हो गई।

बता दें कि बुलंदशहर के स्याना तहसील के गांव महाव में गोवंश अवशेष मिलने पर पुलिस, हिंदूवादी संगठनों और ग्रामीणों में जमकर टकराव हो गया था. गुस्साए ग्रामीणों ने चिंगरावठी चौकी के पास सड़क पर जाम लगा दिया। स्याना थाने के कोतवाल इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह ने मौके पर पहुंचकर जाम खुलवाने की कोशिश की तो ग्रामीणों ने पथराव कर दिया।

भीड़ ने चौकी के बाहर खड़े पुलिस के दर्जनों वाहनों में आग लगा दी। चौकी में घुसकर तोड़फोड़ की और सामान को आग लगा दी। हालात बेकाबू होते देख पुलिस ने हवाई फायरिंग की। इस पर ग्रामीणों ने सुबोध कुमार पर हमला बोल दिया। घटना में गोली लगने से कोतवाल सुबोध और एक युवक सुमित की मौत हो गई।

पिता की मौत से उनके दोनों बेटे बेहद दुख और गुस्से में हैं। उनका कहना है कि जिस पिता ने उन्हें ऐसा इंसान बनने की सलाह दी जो धर्म के नाम पर न लड़े, उस पिता की हिंदू-मुस्लिम लड़ाई में ही मौत हो गई।