रोहतांग दर्रे पर पड़ी बर्फ को हटाने के लिए BRO ने भरी हामी

खबरें अभी तक। रोहतांग दर्रे पर पड़ी बर्फ को हटाने के लिए बीआरओ ने हामी भर दी है और बर्फ हटाने का काम भी शुरू कर दिया है. लाहौल-स्पीति और कुल्लू-मनाली में सैकड़ों लोगों के फंस जाने के बाद जहां लाहौल के लोगों ने रोहतांग बहाली के लिए चंदा इकट्ठा करना शुरू कर दिया था, वहीं कुछ युवा तो बुधवार को खुद ही लाहौल से रोहतांग दर्रे की तरफ बर्फ हटाने के साजो सामान लेकर  दर्रे के पास पहुंच गए थे। लोगों के लगातार बढ़ रहे दवाब और प्रदेश सरकार के हस्तक्षेप के बाद बीआरओ ने रोहतांग दर्रे को एक बार फिर बहाल करने के लिए हामी भर दी है।

डीसी लाहौल-स्पीति अश्वनी कुमार चौधरी ने इसकी जानकारी दी है. उनका कहना है कि नवंबर महीने के शुरुआती दौर में अचानक बर्फबारी होने से जहां रोहतांग दर्रे पर वाहनों की आवाजाही बंद हो गई है, वहीं सैकड़ों लोग घाटी और कुल्लू-मनाली में फंस गए हैं.. उन्होंने कहा कि बीआरओ से इस दौरान एमर्जेंसी के तौर पर रोहतांग टनल से लोगों की आवाजाही करवाने की मांग भी की गई। उधर, लाहुल-स्पीति के विधायक और कृषि मंत्री डा. रामलाल मार्कंडेय ने इस दौरान अहम भूमिका निभाते हुए, जहां रोहतांग टनल से सैकड़ों लोगों को आर-पार करवाया, वहीं बीआरओ के उच्चाधिकारियों से भी बैठक कर दर्रे की बहाली के लिए योजना बनाई.

यहां बता दें कि बीआरओ ने पहले रोहतांग दर्रे की बहाल करने से मना कर दिया था। बीआरओ का कहना था कि 15 नवंबर से रोहतांग दर्रे को अधिकारिक तौर पर बंद कर दिया जाता है और इस बार नवंबर माह के शुरुआती दौर में ही रोहतांग दर्रे पर भारी हिमपात हो गया था। ऐसे में दर्रे को बहाल करने में बीआरओ ने अपनी असमर्थता जताई थी। लिहाजा सरकार के हस्तक्षेप करने के बाद बीआरओ माना और दो दिन में रोहतांग दर्रे को बहाल करने की बात कही।