मलेशिया में फंसा जोगिंद्रनगर का युवक, पिता ने लगाई मदद की गुहार

खबरें अभी तक। मेलेशिया में फंसे जोगिंद्रनगर के युवक को लाने के लिए गरीब पिता ने विदेश मंत्रालय से मदद की गुहार लगाई है। पिता का कहना है कि उसके बेटे से दिन-रात काम करवाया जा रहा है और उसे सोने भी नहीं दिया जा रहा। अब उसका मालिक उसके इलाज के नाम पर एक लाख रुपए मांग रहा है. और पैसे न देने पर उनके बेटे को पागलखाने भर्ती करवाने की बात कह रहा है.

जानकारी के अनुसार मनीष जिसकी उम्र 23 साल है, गांव सम्होली, जोगिंद्रनगर का रहने वाला है. और आठ महीने से मलेशिया में शिलजा इस्लामिक कैफे में बतौर कुक काम कर रहा है. जहां रोजाना उससे 15-15 घंटे काम करवाया जा रहा है. बीते शनिवार होटल के मालिक का अचानक फोन आया कि आपके बेटे की तबीयत खराब हो गई है और वो पागल हो गया है आप उसके खर्चे के लिए एक लाख रुपया भेज दीजिए. नहीं तो हम आपके बेटे को घर वापस न भेज पाएंगे, जब पिता ने आग्रह किया कि आप मेरे बेटे से बात करवाओ  तो उन्होंने बात करवाने से इनकार कर दिया.

दो घंटे बाद मेरे बेटे के नंबर से फोन आया और बेटे ने कहा कि पिता जी मैं बिलकुल ठीक हूं, मुझे इन्होंने कई दिनों से सोने नहीं दिया है और बहुत काम लेते हैं और लड़ाई झगड़ा करते हैं.. ये लोग मुझे जबरदस्ती से पागल बना रहे है और मुझे घसीटकर अस्पताल ले जा रहे हैं. स्थानीय अधिवक्ता रजनीश भारती ने बताया कि पीडि़त परिवार एक गरीब परिवार है, जैसे ही वो संपर्क में आए तो इनकी समस्या के मद्देनजर विदेश मंत्रालय  सहित संबंधित कार्यालयों को जरूरी दस्तावेज़ भेजकर मनीष कुमार को भारत वापस भेजने का आग्रह किया है.