हरियाणा रोडवेज में ओवरटाइम कर रहे रोडवेज कर्मियों के लिए बुरी खबर

ख़बरें अभी तक। हरियाणा रोडवेज में ओवरटाइम कर रहे रोडवेज कर्मियों के लिए अब बुरी खबर है। हरियाणा सरकार ने अब ओवरटाइम सिस्टम ही ख़त्म कर दिया है सरकार ने लंबे रूटों पर 12 घंटे चलने वाली बसों पर अपना नियंत्रण कसना शुरू कर दिया है। सरकार के मुताबिक 48 घंटे ड्यूटी देने के बाद अब रोडवेज कर्मियों को रेस्ट दिया जाएगा। मतलब एक दिन में 12 घंटे के हिसाब से 4 दिन ड्यूटी देने के बाद तीन दिन का रेस्ट दिन जाएगा। सरकार द्वारा तीन दिन के रेस्ट दिए जाने के बाद रोडवेज विभाग की और से रोडवेज कर्मियों को ओवरटाइम की सैलेरी नहीं देनी पड़ेगी जिससे विभाग को करोड़ों रुपये की बचत होगी वहीं रोडवेज कर्मियों ने सरकार के इस फैसले को तुगलकी फरमान बताया है।

सिरसा रोडवेज महा प्रबधंक खूबी राम कौशल ने बताया कि सिरसा डिपू से रोजाना लंबे रूट पर करीब 40 बसे चलती है जिनके कर्मचारी ओवरटाइम करते थे। उन्होंने कहा कि 8 घंटे तक का सफर तैय करने वाले रोडवेज कर्मियों को सरकार और विभाग की और से ओवरटाइम दिया जाता था जिसपर सरकार का करोड़ों रुपये का अतिरिक्त खर्चा आता था और विभाग को लगातार घाटा हो रहा था। उन्होंने बताया कि सरकार ने ओवरटाइम को ख़त्म करने के लिए 12 घंटे के हिसाब से कर्मचारियों को 4 दिन ( 48 घंटे ) ड्यूटी देनी होगी उसके बाद उसको तीन दिन का रेस्ट दिया जाएगा।

उन्होंने कहा कि सोमवार से इस योजना को शुरू कर दिया है और स्टाफ की मॉनिटरिंग करके ओवरटाइम करने वाले कर्मियों को रेस्ट दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि ओवरटाइम ख़त्म होने से विभाग के करोड़ो रुपये बचेंगे। वहीं रोडवेज तालमेल कमेटी के प्रधान मदन लाल खोथ ने सरकार के इस फैसले को तुगलकी फरमान बताया है। उन्होंने कहा कि रोडवेज कर्मी ओवरटाइम के लिए नौकरी नहीं कर रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार रोडवेज में लाखों लोगों की भर्ती की जाए तभी ओवरटाइम ख़त्म हो पाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार और यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि सरकार अपने तुगलकी फरमान को वापिस ले।