गांधी पार्क नूंह में संत रामपाल के अनुयायियों ने मनाया काला दिवस

ख़बरें अभी तक। संत रामपाल को भले ही कोर्ट से उम्रकैद की सजा का एलान हो चुका हो, लेकिन उनके अनुयायियों को यह फैसला रास नहीं आ रहा है। रविवार को संत रामपाल के सैकड़ों समर्थक गांधी पार्क नूंह में एकत्रित हुए। जिनमें बच्चे, महिला, बुजुर्ग शामिल थे। आज के दिन चार साल पहले बरवाला आश्रम के संत रामपाल को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने बरवाला आश्रम पर गिरफ्तारी से पहले जो कार्रवाई की थी। उसकी भी कड़े शब्दों में निंदा की गई। श्रद्धालुओं ने कहा कि उनके गुरूजी ने गलत नहीं किया बल्कि लोगों को सही रास्तों पर चलने की शिक्षा देने के अलावा कैंसर जैसी घातक बीमारी का इलाज तक किया।

श्रद्धालुओं ने कहा कि जलियांवाला बाग की घटना को बरवाला कांड ने याद दिला दिया। उन्होंने कहा कि जलियांवाला कांड में तो गोरे अंग्रेजों ने गोलियों से कुछ देर में ही लोगों की हत्या कर दी, लेकिन बरवाला आश्रम में तो गोली, बम, आंसू गैस के गोले इत्यादि काले अंग्रेजों ने चार- पांच दिन तक बरसाए। श्रदालु पुलिस की कार्रवाई से बेहद खफा दिखाई दिए। आज के शासन को गोरे अंग्रेजों के शासन से जोड़कर सवालिया निशान लगाए। संत रामपाल के समर्थकों ने इसे काला दिवस के रूप में गांधी पार्क में मनाया और उसके बाद प्रदर्शन करते हुए डीसी नूंह में माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन देने की बात कही।

संत रामपाल के साथ जिन अनुयायियों पर केस दर्ज किया है। उसे भी गलत बताते हुए राष्ट्रपति का ध्यान आकर्षित कराने की पहल की है। रामपाल समर्थकों ने तो यहां तक कहा कि किसी भी समुदाय के लोगों के साथ इस तरह की बर्बरता न हो। इसके लिए रामपाल समर्थकों ने राष्ट्रीय समाज सेवा समिति का गठन भी किया है। जिसका मकसद सन 1947 में मिली स्वतंत्रता की बजाय असली स्वतंत्रता दिलाना बताया गया है। संत भले ही जेल की रोटियां तोड़ रहा हो, लेकिन उनके समर्थक अभी भी चेन से नहीं बैठ रहे हैं।

पुरुषों के कंधे से कन्धा मिलाकर महिलाओं ने भी अपना विरोध दर्ज कराते हुए काला दिवस के अवसर पर उपस्तिथि दर्ज कराई। यह पहला मौका था, जब मुस्लिम बाहुल्य जिला मेवात में संत रामपाल के इतनी संख्या में समर्थक एकत्रित हुए हैं। संत के समर्थक गांधी पार्क से लेकर ज्ञापन देने तक गए और कई घंटे नूंह में रणनीति बनाते रहे, लेकिन पुलिस की मौजूदगी देखने को नहीं मिली। सूबे में संत रामपाल के समर्थकों की बड़ी संख्या है। सोमवार को पीएम नरेंद्र मोदी सुल्तानपुर गुरुग्राम में केएमपी के उद्घाटन अवसर पर जनसभा को संबोधित करने आ रहे हैं, लिहाजा पुलिस को पैनी निगरानी रखने की जरुरत है।