एंबुलेंस न होने के चलते मरीज को पालकी में अस्पताल लाया गया

खबरें अभी तक। खुंडिया गांव जवाला जी के साथ लगता है और यहां पर आज भी एक गांव ऐसा है जहां सड़क सुविधा नहीं है. जहां पालकी में मरीज को अस्पताल ले जाया जा रहा है. हैरानी की बात तो ये है कि मरीज ने अस्पताल जाते समय एक वीडियो भी बनवाया ताकि सरकार तक पहुंचाया जा सके, लेकिन किसी के हाथ तक ये नही पहुंच पाई भले ही मरीज पालकी में जा रहा है लेकिन नेताओं को अपने ऐशो आराम के बजाए जनता की कोई परवाह नहीं है।

यहां पर ये साबित होता नजर आ रहा है कि नेता कभी बजी कीचड़ में पैदल नहीं चलते कार्पेट बिछा दिया जाता है बारिश हो तो कार्यक्रम स्थगित कर दिया जाता है सर्दी हो तो हीटर लगा दिया जाता है गर्मी हो तो ऐसी मंगवाया जाता है लेकिन क्या कभी इन नेताओं ने आम जनता के दुख को समझा है।

ये तो यह पालकी एम्बुलेंस ही बता रही है कि भाजपा और कांग्रेस विकास का रोना रोती है या अपने घरों को भरने में लगी हुई है कभी 108 के पहिये थम जाते हैं तो कभी 102 में तेल नहीं मिलता, परेशान तो जनता ही होगी क्योंकि मन्त्री महोदय तो शिलान्यास और उद्घाटन में व्यस्त हैं।