नौकरी के लिए कैंडिडेट्स ने किया मौत का सफर तय

खबरें अभी तक। हरियाणा स्टाफ सेलेक्शन ग्रुप ड़ी की पहले दिन की परीक्षा देकर अपने घर लौट रहे कैंडिडेट्स अपनी जान को जोखिम में डाल कर नौकरी के लिए मौत का सफर रोडवेज बसों के ऊपर बैठ कर करने के लिए तैयार थे ,क्योंकि इनके गंतव्य स्थान तक इनको इतनी बसें उपलब्ध नहीं थी कि ये लोग आराम से सफर कर सके ,क्या ये सब रोडवेज के बस चालक ओर परिचालक की अनदेखी या लहपरवाही नहीं है।

यदि इस तरह बसों के ऊपर बैठ कर यात्रा करते समय अनहोनी हो जाती है तो इसकी पूरी पूरी  जिम्मेदारी रोडवेज की होगी क्योंकि इस तरह के सफर के लिए चालक व परिचालक की जिम्मेदारी बनती है कि वो यात्रियों को बस के ऊपर न बैठने दे ,  वंही पुलिस प्रशासन ने बसों पर बैठे लोगों को नीचे उतारने की कोशिश की लेकिन पुलिस भी विफल रही ।

दूर दराज से ग्रुप ड़ी का पेपर देने आए कुछ कैंडिडेट ने बताया कि ऐसा ही कांग्रेस सरकार करती थी कि एक जिला से दूसरे जिले में सेन्टर बना कर पेपर करवाना और ऐसा ही बीजेपी सरकार कर रही है कि एक जिले से  दूसरे जिले में पेपर करवा रही है और ऊपर से बसों का भी कोई इंतजाम नही है ।

रोडवेज की इतनी बड़ी लहपरवाही की लोगो को  मौत का सफर करना पड़ रहा औऱ बस चालक व परिचालक इनको रोकने तक कि जहमत नही उठा रहे थे बस के ऊपर बैठा कर बसे भगाए जा रहे थे ,तो वन्ही पुलिस ने थोड़ी सख्ती की लेकिन पुलिस भी विफल दिखाई दी यमुनानागर एसएचओ ने रोडवेज जीएम से बात कर बच्चों के लिए बसे मंगाई ओर उनके स्थान तक पहुचाने की दिलासा दी।