दुष्यंत चौटाला से मुलाकात पर राव इंद्रजीत का बयान

ख़बरें अभी तक। इनेलो में चल रहा पारिवारिक मतभेद दिनों दिन नया रूप इख्तियार करता जा रहा है. हर रोज विभिन्न राजनैतिक मंचो से आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है और इसी कड़ी में इनेलो सांसद दुष्यंत चौटाला की राव इंद्रजीत से मुलाकात कर नए राजनैतिक समीकरणों को जन्म जरूर दे दिया था. लेकिन इस मुलाकात पर केंद्रीय मंत्री इंद्रजीत ने मुस्कराते हुए इसे एक सामान्य मुलाकात करार देते हुए शिष्टाचार बैठक करार दिया और कहा दुष्यंत चौटाला और हमारे पुराने संबंध है और मुलाकाते होती रहती है.

19 नवबंर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केएमपी यानि कुंडली मानेसर पलवल एक्सप्रेस वे का उद्धाटन करने गुरुग्राम के सुल्तानपुर गांब में पहुचेंगें। एक्सप्रेस वे के उद्धाटन के तुरंत बाद ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जन विकास रैली को भी संबोधित करने वाले है। प्रधानमंत्री के हरियाणा के गुरुग्राम के दौरे से ठीक पहले बीजेपी के उच्च नेतृत्व में तैयारियों को लेकर तेजी शुरु हो गई है। बीजेपी किसी भी हाल में लोक सभा चुनाव से पहले गुरुग्राम में होने वाली इस रैली को लेकर कमी नहीं छोड़ना चाहती है जिसके चलते गुरुग्राम के स्वतंत्रता सेनानी हॉल में समीझा बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में तैयारियों को लेकर चर्चा से लेकर जिम्मेदारियां तय की गई।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 19 नवबंर को केएमपी के उद्धाटन के अलावा बल्भगढ में मेट्रो और पटौदा में सरकारी अस्पताल का भी शिलांयस करेंगे। गुरुग्राम मे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली को लेकर आयोजित बैठक में केंदीय राज्य मंत्री राव इद्रजीत सिंह, कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह, प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला के अलावा जिले के विधायक, संगठन के पदाधिकारियों के अलावा पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने हिस्सा लिया ।प्रधानमंत्री की रैली को लेकर पार्टी के सीनियर लीडर कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहते है साथ ही साथ पार्टी को उम्मीद है की मोदी की रैली ना केवल सफल रहेगी बल्कि रिकोर्ड भीड भी कार्यक्रम में पहुचेंगी।

लोक सभा चुनाव के अब चंद महीने बाकि है ऐसे में बीजेपी केएमपी जैसी बडी परियोजना को प्रदेश सरकार की बड़ी सफलता के तौर पर भुनाने में कोई कसर नही छोड़ना चाहती है। केएमपी का इस से पहले 10 नवबंर को उद्धाटन किया जाना था लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के द्वारा उद्घाटन करा बीजेपी हरियाणा प्रदेश की जनता को बडा संदेश देना चाहती है। ताकि ना केवल लोक सभा बल्कि विधानसभा में भी केएमपी की रफ्तार से लोगों का दिल जीत वोट कमल के पक्ष में डलवाए जा सके।