हरियाणा: अब खतरनाक प्रदूषण की चपेट में आया बहादुरगढ़

ख़बरें अभी तक। दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण के स्तर में हुई बढ़ोतरी से लोगों का सांस लेना मुश्किल हो रहा हैं। पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण प्राधिकरण ने हरियाणा को भी चिठ्ठी लिखकर 1 से 10 नवम्बर तक निर्माण कार्यों पर रोक लगाने और कूड़ा जलाने वालों पर सख्त कार्रवाई के लिये लिखा था। लेकिन बहादुरगढ़ में उन आदेशों की धज्जियां उड़ाई जा रही है। नगर परिषद के कूड़ा डम्पिंग ग्राउन्ड में दिन रात कूड़ा जल रहा है। कहने को फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को आग बुझाने के लिये बोला जाता है लेकिन दिन रात सुलगती आग से लोग बिमार होने लगे हैं।

दिल्ली से सटा बहादुरगढ़ भी अब खतरनाक प्रदूषण की चपेट में आ गया हैं हवा में पीएम टू की मात्रा 400 माईक्रोग्राम और पीएम 10 की मात्रा साढ़े 550 माईक्रोग्राम तक जा पहुंची है। औद्योगिक नगरी बहादुरगढ़ यूं तो गेट वे ऑफ हरियाणा है लेकिन अब गेट वे ऑफ पोल्यूशन भी बन गया है। बीते दिनों पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण प्राधिकरण ने भी बढ़ते प्रदूषण पर काबू पाने के लिये निर्माण कार्यों पर रोक के साथ खुल में जलने वाले कूड़े को रोकने के विषेश निर्देष भी दिये थे। लेकिन बहादुरगढ़ नगर परिषद उन निर्देशों की खुलेआम धज्जियां उड़ा रही है। परिषद के कूड़ा डम्पिंग ग्राउन्ड में दिन रात कूड़ा जल रहा है। कूड़े से उठते धुंये के कारण दूर दूर तक लोगों का सांस लेना मुश्किल हो गया है।

बादली रोड पर नया गांव से निकलते ही दिल्ली टैक्निकल कैम्पस के पास नगर परिशद का कूड़ा डम्पिंग ग्राउन्ड है। गांव के साथ ही एचएल सिटी भी बसी हुई है जिसमें हजारों की संख्या में लोग रहते हैं। दिन रात कूड़ा जलने से उठते धुंये से लोगों को सांस और फेफड़ों की बिमारी होने लगी है। जो लोग खुली हवा में सास लेकर स्वास्थ्य लाभ पाना चाहते हैं वो भी अब सुबह की सैर नहीं कर पा रहे हैं। लोगों ने प्रशासन के हर दरवाजे पर इसकी शिकायत की लेकिन समाधान नहीं हो पाया है।

नगर परिषद के अधिकारियों ने अपने कर्मचारियों की डयूटी भी कूड़ा डम्पिंग ग्राउन्ड के पास लगा रखी। अग्निशमन विभाग को भी आग बुझाने के लिये पत्र लिख रखा है। कागजों में अपनी पूरी जिम्मेदारी अधिकारियों ने निभा रखी है। लेकिन कूड़े से उठता धुंआ ये कहता है कि उसे रोकने वाला कोई नहीं है और ये धुंआ यूंही जहर बनकर लोगों के जीवन से खेलता रहेगा।