फैक्ट्रियों के धुएं का किसानों की सब्जियों पर पड़ रहा भारी असर

ख़बरें अभी तक। सोनीपत: गांव नाथुपुर में गोभी की फसल उगाने वाले किसानों पर अज्ञात बीमारी की मार पड़ी है। गांव नाथूपुर, सबौली, बारोटा व प्रीतमपुरा में गोभी की फसल बीमारी की चपेट में आकर बर्बाद होने के कगार पर पहुंच गई है। किसानों ने प्रशासन पर भी अनदेखी का आरोप लगाया है। उन्होंने सरकार से मुआवजे की मांग की है। किसान फैक्ट्रियों से निकलने वाला धुआं बीमारी का कारण बता रहे हे। वहीं अधिकरियों की टीम ने मौके पर पहुंच कर सभी का सैंपल लिया और जल्द ही इसके निपटान की बात कर रहे है।

जीटी रोड के पास दिल्ली से सटे क्षेत्र में बड़ी संख्या में किसान सब्जियों की खेती करते हैं। उन्हें अपनी सब्जियों की सप्लाई के लिए आजादपुर की अंतरराष्ट्रीय मंडी नजदीक पड़ती है। वर्तमान में नाथूपुर सहित करीब आधा दर्जन गांवों में किसानों ने गोभी की फसल उगा रखी है। गोभी में फूल भी आने शुरू हो गए हैं, लेकिन फूल तोड़ने से पहले ही फसल बीमारी की चपेट में आकर नष्ट होने लगी है। जिसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है। क्षेत्र में अज्ञात बीमारी की चपेट में आने से करीब 100 एकड़ गोभी की फसल प्रभावित हुई है। ऐसे में किसानों ने प्रशासन के खिलाफ जमकर रोष प्रकट करते हुए बताया कि उनकी फसल लगातार खराब होती जा रही है।

इस संबंध में संबंधित विभाग और अधिकारियों को सूचित किया जा चुका है, परन्तु अब तक उनकी समस्या के समाधान के लिए कोई कदम नहीं उठाए गए हैं। जिसके चलते उन्हें हर रोज नुकसान झेलना पड़ रहा है। किसानों ने बताया कि उन्होंने जमीन को 35 से 40 हजार रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से पट्टे पर ले रखा है। फसल बर्बाद होने से कर्ज के डूबने की कगार में पहुंच गए हैं।

रोषित किसानों ने बताया कि उनके क्षेत्र में फसल बर्बादी का सबसे बड़ा कारण आसपास की फैक्टरियों से होने वाला प्रदूषण है। किसानों ने बताया कि जब भी पूर्व की तरफ से हवा चलती है तो इसका असर उनकी फसलों पर पड़ता है। जिसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि गोभी का फूल आता है उसका रंग बदल जाता है। किसानों को मजबूरी में ऐसे फूलों को नष्ट करना पड़ रहा है।

रोषित किसानों ने बताया कि प्रदूषण की समस्या के कारण आसपास के गांवों में काफी बीमारियां फैल रही है, वहीं अब फसलों में भी बीमारियां फैलने लगी है। उन्होंने सरकार से मांग की कि इस पूरे मामले की जांच कराई जाए और प्रदूषण फैलाने वाली फैक्टरियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। लोगों ने गांव नाथूपुर के पास एकत्रित होकर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के खिलाफ भी नारेबाजी की है। उन्होंने कहा कि अगर विभाग कार्रवाई करें तो किसानों के साथ ही लोगों के जीवन को भी बचाया जा सकता है।

शिकायत के बाद मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने बताया की गोभी की फसल के ख़राब होने की शिकायत मिली हे , मोके पर जिला बागवानी और कृषि विभाग की टीम आई है ,सभी का सैंपल लिया जारहा हे। जल्द ही इस का निपटान किया जायगा, अब देखना होगा की कब तक रिपोर्ट आती है और कब तक किसान चेन की सांस लेता हे। और अगर फैक्ट्रियों के कारण यह हुआ है तो उन पर अधिकारी क्या करवाई करते है.