CBI घूसकांड मामला: राहुल ने पूरे मामले को राफेल डील से जोड़ते हुए बताया मोदी सरकार की साजिश

खबरें अभी तक। देश में आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है। मामला काफी पुराना है।पर जब से सीबीआई घूसकांड मामला मीडिया के सामने आया है, तब से राजनीतिक गलियारों में भी हलचल  मची हुई है। देश की सबसे प्रतिष्ठित जांच एजेंसी सीबीआई में बुधवार का दिन उथल पुथल वाला रहा। सीबीआई के नंबर 1 और नंबर 2 के टॉप अफसरों पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप के बाद अब सरकार भी एक्शन में आ गई है। आलोक वर्मा और राकेश अस्थाना को छुट्टी पर भेज दिया गया है,वहीं ज्वाइंट डायरेक्टर एम नागेश्वर रॉव को सीबीआई का अंतरिम डायरेक्टर बना दिया गया है। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस पूरे मामले को राफेल डील जोड़ दिया है। राहुल गांधी का कहना है कि आलोक वर्मा जल्द ही राफेल मामले की जांच शुरू करना चाहते थे, इसीलिए सरकार ने उन्हें आनन फानन में हटा दिया।

Image result for CBI घूसकांड मामला

छुट्टी पर भेजे जाने के खिलाफ पूर्व निदेशक आलोक वर्मा ने सरकार के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। आलोक वर्मा की दलील है कि सीबीआई निदेशक को 2 साल से पहले पद से नहीं हटाया जा सकता है। वक्त से पहले हटाने के लिए पीएम, विपक्ष के नेता और सीजेआई की कमेटी फैसला लेती है। आलोक वर्मा ने सरकार के आदेश को मौलिक अधिकार 14, 19 और 21 का उल्लंघन बताया है। आलोक वर्मा की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट कल सुनवाई करेगी।

Related image

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राजस्थान के झालावाड़ में सीबीआई संकट पर सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला करते हुए बोला है कि सीबीआई डायरेक्टर ने राफेल के कागज मंगवाए थे। प्रधानमंत्री ने कल रात सीबीआई निदेशक को हटा दिया। राहुल गांधी के मुताबिक सीबीआई राफेल पर सवाल उठा रही थी।

Image result for सीबीआई संकट पर सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला

सीबीआई के इस गृह कलेश में अरुण जेटली ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि सीबीआई देश की प्रीमियर जांच एजेंसी है। उसकी गरिमा बनी रहे यह बेहद जरूरी है। सीबीआई की संस्थागत गरिमा बनाए रखना और इस दिशा में कदम उठाना अनिवार्य है। राफेल डील की जांच की वजह से आलोक वर्मा की छुट्टी किये जाने के विपक्षी दलों के आरोपों को जेटली ने विपक्ष की फालतू की बात बताया। उन्होंने कहा, ”क्या दो अधिकारी जो जांच का सामना कर रहे हैं वो ही अपनी जांच करवाएं? विपक्ष के आरोप बकवास हैं।” जेटली ने आगे कहा कि विपक्ष अगर किसी अधिकारी का समर्थन करता है तो उससे अधिकारी की छवि को भी नुकसान होगा। सीबीआई पर सवाल उठे तो इसका फायदा घोटालेबाजों को ही होगा।

Image result for सीबीआई के इस गृ अरुण जेटली ने प्रेस कॉन्फ्रेंस

वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने सीबीआई की उठापटक पर बड़ा बयान दिया है। प्रशांत भूषण ने सीबीआई में हो रही इस कलह को राफेल सौदे से जोड़ दिया है। प्रशांत भूषण ने कहा- सरकार की ओर से पूरी कवायद राकेश अस्थाना को बचाने के लिए हो रही है। हमें लगता है कि शायद ये राफेल पर हमारे आरोपों को सीबीआई जांच से बचाने के लिए ये सबकुछ हो रहा है।

Image result for वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने सीबीआई की उठापटक पर बड़ा बयान

प्रशांत भूषण ने कहा, ”सरकार ने रातों रात आदेश निकाल कर आलोक वर्मा और राकेश अस्थाना को हटाकर एम नागेश्वर राव को एक्टिंग डायरेक्टर बना दिया। ये जानते हुए कि उनपर पहले से ही गंभीर आरोप लगे हैं। ये सबकुछ देखकर हमने फैसला किया है कि हम इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका देंगे। हमें ये भी पता चला है कि आलोक वर्मा ने खुद इस पूरे मामले को सुप्रीम कोर्ट के सामने उठाया है जिस पर परसों सुनवाई होगी।”

Image result for प्रशांत भूषण ने कहा, ''सरकार ने रातों रात आदेश निकाल कर आलोक वर्मा और राकेश अस्थाना

इस उठा पठक के बीच सीबीआई में दर्जनभर से भी ज्यादा बड़े अधिकारियों का ट्रांसफर कर दिया गया है। राकेश अस्थाना मामले की जांच कमेटी के सभी अधिकारियों को हटाकर एक नई जांच टीम बनाई गई है। सरकार का कहना है कि ऐसा सीवीसी की अनुशंशा पर किया गया है।

ट्रांसफर किये गये अधिकारियों में सीबीआई डीएसपी अजय बस्सी का भी नाम है जो राकेश अस्थाना के खिलाफ दर्ज केस की जांच कर रहे थे। सीबीआई ने डीआईजी आशीष कुमार सिन्हा, डीआईजी तरुण गॉबा, डीआईजी जसबीर सिंह, डीआईजी आशीष प्रसाद, डीआईजी केआर चौरसिया, एचओबी राम गोपाल और एसपी सतिश डागर को ट्रांसफर कर दिया है।

डीएसपी एके बस्सी को एसीबी पोर्ट ब्लेयर ट्रांसफर किया गया है और एडिशनल एसपी एसएस गुम को एसीबी जबलपुर बनाकर भेजा गया है। सीबीआई ने जिन अधिकारियों का ट्रांसफर किया है उनमें ज्वाइंट डायरेक्टर पर्सनल अरूण कुमार शर्मा, मुरगेसेन, ए सांई मनोहर और अमित कुमार भी हैं। ए सांई मनोहर को चंडीगढ़ से दिल्ली लाया गया है।

ये था सीबीआई अंदरूणी कहल का पूरा मामला

Image result for सीबीआई के वर्तमान स्पेशल निदेशक राकेश अस्थाना समेत चार लोगों के खिलाफ खुद सीबीआई ने रिश्वत लेने का मुकदमा दर्ज

सीबीआई के वर्तमान स्पेशल निदेशक राकेश अस्थाना समेत चार लोगों के खिलाफ खुद सीबीआई ने रिश्वत लेने का मुकदमा दर्ज कर लिया है। सीबीआई ने इस मामले मे अपने ही डीएसपी देवेंद्र कुमार पर छापा मार कर आठ मोबाइल फोन बरामद किए हैं। डीएसपी देवेंद्र कुमार को गिरफ्तार भी कर लिया गया है। फिलहाल वो रिमांड पर है।

सीबीआई ने इस मामले में जो एफआईआर दर्ज की है उसमें स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना जो सीबीआई के नंबर दो अधिकारी हैं। इन पर मशहूर मीट कारोबारी मोइन कुरैशी के मामले में सतीश साना नाम के एक शख्स से दो करोड़ रुपये की रिश्वत लेने का आरोप लगाया गया है। सीबीआई ने अपनी एफआईआर में यह भी कहा कि इस रिश्वत कांड के तार दिल्ली से लेकर दुबई तक जुड़े हुए है।

सीबीआई के विशेष निदेशक राकेश अस्थाना ने भी इस एफआईआऱ पर पलटवार किया और कहा कि उनके खिलाफ ये मुकदमा सोची समझी साजिश के तहत दर्ज किया गया है। अस्थाना के मुताबिक वो खुद निदेशक आलोक वर्मा के भ्रष्टाचार के आरोपों की फेहरिस्त प्रधानमंत्री कार्यालय औऱ केन्द्रीय सर्तकता आय़ुक्त को अगस्त माह में ही दे चुके है। यह भी आरोप लगाया गया कि दो करोड़ रुपये की रिश्वत उन्होने नहीं सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा ने ली है।