हरियाणा रोडवेज़ के 2 इंस्पेक्टरों पर पैसे लेकर टिकट ना देने का विवाद, वीडियो हुआ वायरल

खबरें अभी तक। सिरसा में कल रोडवेज इंस्पेक्टरों द्वारा यात्रियों को पैसे लेकर टिकट नहीं देने की वीडियो वायरल हुआ था। जिसमें बताया गया था कि दो इंस्पेक्टर यात्रियों से पैसे लेकर उन्हें टिकट नहीं दे रहे हैं। दोनों इंस्पेक्टर जगीर सिंह और भूप सिंह सिरसा के बताए जा रहे हैं। आरोपी जगबीर सिंह ने टिकट नहीं देने के आरोपों को सिरे से ख़ारिज कर दिया है। जबकि रोडवेज यूनियन के कर्मचारी इस वीडियो को सही बताकर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। दूसरी तरफ रोडवेज महाप्रबंधक खूबी राम कौशल ने भी इस वीडियो को बिना देखे ही रोडवेज इंस्पेक्टरों द्वारा घोटाले करने की बात का खंडन कर दिया।

आपको बता दे कि रोडवेज कर्मचारियों ने सरकार द्वारा रोडवेज के निजीकरण करने के विरोध के चलते पिछले 6 दिनों से लगातार प्रदेश में चक्का जाम किया हुआ है। जिसके चलते रोडवेज के ड्राइवर और कंडक्टर अपनी ड्यूटी नहीं निभा रहे हैं। रोडवेज प्रशासन ने यात्रियों को बस सुविधा देने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की हुई हैं। जिसमें प्रशासन ने हड़ताल ख़त्म होने तक रोडवेज के कर्मचारियों को ड्राइवर और कंडक्टर का जिम्मा सौंपा हुआ है। अपनी मांगों की हड़ताल के चलते इन दिनों प्रदेश में रोडवेज की बसों में रोडवेज विभाग के इंस्पेक्टर क्लर्क पुलिस के कर्मचारी परिचालक की ड्यूटी कर रहे हैं। सिरसा में दो वीडियो वायरल हो रहे हैं। इन वीडियो में आरोप लगाया जा रहा है कि परिचालक टिकट न काट कर पैसे अपनी जेब मे डाल रहे हैं। लेकिन इस मामले पर विभाग के जी एम का कहना है कि वीडियो के पीछे की सच्चाई कुछ और है। जी एम का कहना है कि एक वीडियो को पूरा नही बनाया गया है, जबकि दूसरी वीडियो में पर्ची काटी जा रही है।

इस मामले में आरोपी रोडवेज के इंस्पेक्टर जगीर सिंह ने कहा कि दो यात्री गांव जमाल से बस में सवार हुए थे उन दोनों यात्रियों को पैसे लेकर टिकट दी गई थी। उन्होंने टिकट देने की वायरल वीडियो को सिरे से नकार दिया।

वहीं रोडवेज यूनियन के महासचिव राम कुमार ने बताया कि दोनों इंस्पेक्टरों ने यात्रियों से पैसे लेकर उन्हें टिकट नहीं दी। जिस पर सरकार और रोडवेज विभाग को दोनों इंस्पेक्टरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।

सिरसा डिपू के रोडवेज महाप्रबंधक खूबी राम कौशल ने कहा की रोडवेज कर्मियों द्वारा हड़ताल करने के बाद वैकल्पिक व्यवस्था कर स्टाफ को ड्राइवर और कंडक्टर की जिम्मेवारी दी गई है। उन्होंने कहा कि दोनों ही इंस्पेक्टरों को टिकट नहीं दी जा सकती थी लेकिन वो दोनों इंस्पेक्टर यात्रियों को पर्जी जरूर दे रहे थे। उन्होंने कहा कि वे इस वायरल वीडियो का खंडन करते है हालाँकि उन्होंने स्वीकार किया कि अभी तक उन्होंने इस वायरल वीडियो को देखा भी नहीं है।