क्या सफाई कर्मचारियों की मांगे पूरी की जाएंगी?

खबरें अभी तक ।   हड़ताल कर रहे सफाई कर्मचारियों की मांगें कितनी जल्द पूरी होंगीं ये कहा नहीं जा सकता है, पर सरकार ने फिलहाल केवल आश्वासन देकर हड़ताल खत्म करवा दी है।  नगरपालिका संघ ने कल राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक के बाद अपनी हड़ताल वापस ले ली है। मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजेश खुल्लर की अध्यक्षता में यह बैठक हरियाणा निवास में आयोजित की गई थी ।

बैठक में कर्मचारियों की मांगों पर विस्तृत विचार विमर्श किया गया। इसके अन्तर्गत पालिका में सफाई कर्मचारियों के अतिरिक्त अन्य C और D श्रेणी के कर्मचारियों की सेवाओं को ऑन रोल करने और पालिकाओं में C और D श्रेणी के रिक्त पदों को हरियाणा सरकार की आउट सोर्सिंग पोलिसी पार्ट-2 के प्रावधानों के अनुसार भरने पर सहमति बनी।

आउटसोर्सिंग एजेंसियों के माध्यम से कार्यरत कर्मचारी की सेवाएं पालिकाओं में लेने के लिए उनके अनुभव का एक अंक प्रतिवर्ष के हिसाब से अधिकतम 5 अंक दिए जाएं और इन पदों को भरते समय अनाथ, विधवा, घुमंतु जाति (एससी व एसटी ना हों) और घर में कोई व्यक्ति सरकारी नौकरी पर न हो, के फार्मूले के साथ सामाजिक एवं आर्थिक मानदण्डों को ध्यान में रखकर भर्ती की जाएगी।

बैठक में निर्देश दिए गये कि फायर ऑपरेटर के  पदों के सम्बन्ध में संशोधित मांगपत्र पुन: कर्मचारी चयन आयोग को भेजा जाए। इसके अतिरिक्त, संघ प्रतिनिधियों ने बैठक में अवगत करवाया कि समान काम समान वेतन का फार्मूला केवल गुरुग्राम, फरीदाबाद, रोहतक और बहादुरगढ़ में ही लागू हुआ है, इस पर अन्य नगरपालिकों में निरीक्षण करके  समान काम समान वेतन तुरंत लागू करने के निर्देश दिए गये। इसी प्रकार, जिन नगरपालिकाओं में कर्मचारियों के ईएसआई व ईपीएफ के खाते नहीं खोले गये हैं, उनकी जांच कर तुरंत खाते खोलने और रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए हैं। हड़ताल के समय के वेतन के सम्बन्ध में निर्देश दिए गये हैं कि तुरंत इस मामले की छानबीन करके वेतन जारी किया जाए।

अक्सर सीवर की सफाई करने वाले कितने ऐसे मजदूर थे, जिनको मौत मिली पर सहानूभुति नहीं मिली। ऐसे मजदूरों के लिए सरकार को जोखिम भत्ते का प्रावधान जरुर करना चाहिए। अब देखना है की क्य़ा सफाई कर्मचारियों की मांगों को पूरा किया जाएगा या महज आश्वासन देकर ही हड़ताल खत्म करवाई गई है।