खबरें अभी तक। बेशक हम मंगल ग्रह और चांद तक जाने की बात करते रहें. लेकिन देश के कई सुदूर क्षेत्रों में आज भी मूलभुत सुविधाओं का अभाव है. असम के विश्वनाथ जिले की ये तस्वीर कुछ ऐसा ही बयां कर रही है. ये तस्वीर विश्वनाथ जिले के नाद्वार की है. जहां बच्चे स्कूल जा रहे हैं. और स्कूल जाने के लिए उन्हें नदी पार करना पड़ता है.
ऐसे में ये बर्तन ही उनके नदी पार करने का सहारा है. जिसमें हिचकोले लेकर नदी पार कर रहे ये बच्चे अपनी जान पर खेलकर स्कूल जा रहे हैं. एक बच्चे की तस्वीर तो ऐसी है कि वो कभी भी नदी में गिर सकता है और बड़ा हादसा हो सकता है. 21वीं सदी में बच्चों की ये मजबूरी कितनी जायज है आप खुद समझ लीजिए.
क्योंकि इससे पहले ये बच्चे केले के पेड़ के अस्थाई नाव बनाकर उसके सहारे नदी पार करते थे. मतलब बच्चों की मजबूरी सालों पुरानी है लेकिन वोट लेने वाले नेताओं को बच्चों की ये तस्वीरें देखकर शर्म नहीं आती.