शहीद नरेन्द्र के समर्थन में पूर्व सैनिकों ने किया पैदल मार्च

खबरें अभी तक। पिछले दिनों पाकिस्तान की ब्रर्बता का शिकार हुए शहीद नरेन्द्र के समर्थन में वीरवार को पूर्व सैनिक झज्जर में सडक़ों पर उतरे। यहां उन्होंने शहीद नरेन्द्र की जांबाजी को सलाम करते हुए न सिर्फ पैदल मार्च किया बल्कि पाकिस्तानी झंडा जलाकर पाक विरोधी नारेबाजी भी की। पूर्व सैनिक सबका सैनिक संघर्ष कमेटी के बैनर तले यहां जिला मुख्यालय पर एकत्रित हुए। बाद में यह सभी पैदल मार्च करते हुए धौड़ चौक से अम्बेडक़र चौक पर पहुंचे। सूबेदार जयचंद की अध्यक्षता में किए गए इस पैदल मार्च में यह सभी पूर्व सैनिक अपने हाथों में पाकिस्तान का झंडा लिए हुए थे और जमकर पाक विरोधी नारेबाजी कर रहे थे।

अम्बेडक़र चौक पर पहुंच कर इन पूर्व सैनिकों ने अपने हाथों में लिया हुआ पाकिस्तानी झंडा आग के हवाले कर दिया। यहां पूर्व सैनिकों को सम्बोधित करते हुए सूबेदार जयचंद ने कहा कि देश को आजाद हुए 70 साल से ज्यादा हो गए पर पैरा मिलिट्री के जवानों को आज तक देश के संविधान में शहीद का दर्जा नहीं मिला है, बड़ा दुख होता है है कि आतंकवादियों के लिए रात में न्यायपालिका के दरवाजे खुल जाते हैं लेकिन पैरा मिलिट्री जवानों को शहीद का दर्जा देने के लिए न्यायपालिका कार्यपालिका और विधायिका का दरवाजा रात में छोड़ो दिन में भी नहीं खुलता ।

नरेंद्र सिंह देश के लिए शहीद हुए हैं पर संविधान में पैरामिलिट्री जवानों को शहीद का दर्जा देने के लिए कोई कानून ही नहीं है। देश का ही दुर्भाग्य है कि जिस जवान ने देश के लिए गोली खाने में एक मिनट नहीं लगाई उस की शहादत को सम्मान देने के लिए 72 साल से राजनीतिक पार्टियां सिर्फ शहीदों पर राजनीतिक रोटियां सेक रही है आज कोई भी पार्टी पैरा मिल्ट्री को शहीद का दर्जा नहीं दे सकी।

पूर्व सैनिकों को कपिल फौजी, हवलदार प्रकाश यादव,सूबेदार मेजर राजेन्द्र यादव,हवलदार सतनारायण गोदारा,सूबेदार बलबीर सिंह ने भी सम्बोधित किया। सूबेदार दलबीर सिंह ने शहीद नरेन्द्र की शहादत को सलाम करते हुए कहा कि पाक ने पहले हेमराज ,अब नरेंद्र सिंह को बर्बरता पूर्ण मार दिया । सरकार क्या कर रही है? सरकार जवानों के लिए चिंतित नहीं है। प्रधानमंत्री को जवाब देना होगा।