पुलिस की लापरवाही के चलते पति के बाद पत्नी की हत्या से मचा हड़कंप

खबरें अभी तक। उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में पुलिस की संवेदनहीनता के चलते एक व्यक्ति की हत्या के दूसरे ही दिन उसकी हत्या की चश्मदीद गवाह रही उसकी पत्नी का शव भी फांसी के फंदे पर लटका पाए जाने से हड़कम्प मच गया। मामला मसौली इलाके के पूरे जवाहर पुर गांव का है जहां 20 सितम्बर की रात को हुकुम रावत नाम के युवक की हत्या कर दी गयी। मृतक हुकुम की पत्नी पिंकी चीख चीख कर विनय नाम के युवक पर पति की हत्या करने का आरोप लगाती रही लेकिन बाराबंकी के संवेदनहीन पुलिस अधिकारियों ने उसकी एक न सुनी और विनय पर कार्यवाही के बदले पिंकी पर ही अपने पति की हत्या में शामिल होने का शक जताते रहे।

जिसका नतीजा ये हुआ कि अगले दिन 21 सितम्बर की सुबह पिंकी की भी लाश अपने घर के छप्पर में उसकी ही साड़ी से लटकी पायी गयी और जिस तरह पिंकी के पैर जमीन से छूते मिले उसे देख कर यही लग रहा कि किसी ने उसे मारने के बाद घटना को आत्महत्या का रूप देने की कोशिश में उसके शव को छप्पर से लटका दिया है। चौबीस घण्टो के भीतर पति पत्नी की मौत के बाद उनके 4 मासूम बच्चों के सिरों से मां- बाप का साया उठ गया अगर समय रहते पुलिस ने पिंकी के चरित्र पर उंगली उठाने के बदले उसके आरोपो को गंभीरता से लेते हुए एक्शन लिया होता तो शायद पिता को खो चुके मासूमो के सर पर ममता का आँचल बरकरार रहता।