उतर प्रदेश: ग्रामीण ने शौचालय में बनाई परचून की दुकान

ख़बरें अभी तक। जनपद सम्भल के रजपुरा ब्लॉक से शौचालय में दुकान का अजीबो-गरीब मामला सामने आया है। जिसमें एक ग्रामीण ने शौचालय में दुकान खोल कर शौचालय के लिए मिलने वाली सरकारी राशि का किस तरह दुरूपयोग किया है।

एक तरफ केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार देश को खुले में शौच से मुक्त करना चाहती हैं, लेकिन शायद देशवासियों को यह रास नहीं आ रहा हैं, ऐसा ही एक अजीबो गरीब मामला संभल जनपद में सामने आया है, ये अजब मामला संभल जिले के रजपुरा विकास खंड के गांव केवलपुर तिपेड़ा का है यहां एक ग्रामीण ने शौचालय बनाने के लिए सरकारी सहायता प्राप्त की और शौचालय में परचूनी की दुकान खोल ली। बबराला अनूपशहर लिंक मार्ग पर वह अपनी इस शौचालय दुकान में बैठकर दुकानदारी करता है.

स्वच्छता मिशन में पलीता लगाने के इस मामले पर हम ने इस दुकानदार और उसके गांव के तमाम लोगों से बात करने की कोशिश की परन्तु कैमरे के सामने बोलने को कोई तैयार नहीं हुआ। यहां बताते चलें कि आरोपी ने शौचालय पर दुकान भी लिख दिया है और मामला छुपाने को लाभार्थी का नाम भी खाद के कट्टे से ढक दिया. मगर शौचालय का एक डिजाइन होता है इस कारण ये चालाक पलीताबाज कैमरे की नजर से नहीं बच सका.

बताते चलें कि दिल्ली जाने के इस छोटे मार्ग पर सारे दिन जनता के अलावा अधिकारियों की आवाजाही भी रहती है फिर भी आरोपी से सवाल करने को प्रशासन का कोई अधिकारी अब तक सामने नहीं आया है। जब हमने इस सम्बन्ध में रजपुरा के बीडीओ जेपी गुप्ता से बात की तो बीडीओ शोचालय में दुकान की जीती -जागती तस्वीरें मानने को तैयार नहीं हैं, बाद में बोले की जांच कराएंगे। देखना अब यह है कि सरकारी तंत्र कब और क्या जांच करता है लेकिन शौचालय दुकान कि चलती फिरती यह तस्वीरें बयां कर रही हैं, कि ओडीएफ योजना में पलीतेबाज किस तरह से पलीता लगा रहे हैं? इसलिए फिलहाल इस शौचालय में दुकान का नाम हमने शौचालयदुकान रख दिया।