चुनाव आयोग में विरोधो को ध्यान में रखते हुए ईवीएम में किया बड़ा बदलाव

ख़बरें अभी तक। ईवीएम के खिलाफ होने वाले विरोधो को देखते हुए चुनाव आयोग ने इस बार ईवीएम में बदलाव  किया हैं। वोटिंग में स्पष्टता को मजबूत करने के लिए आयोग ने राजस्थान की सभी विधानसभा सीटों पर वीवीपैट को इस्तेमाल करने का फैसला किया हैं। ऐसा पहली बार होगा जब हर विधानसभा क्षेत्र में ईवीएम के साथ वीवीपैट का उपयोग किया जाएगा। राजस्थान में इस साल के अंत तक ये चुनाव होगें।

मुख्य चुनाव आयुक्त ओ पी रावत ने मंगलवार को कहा। कि आगामी राजस्थान विधानसभा चुनाव में पहली बार लगभग 200 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में वीवीपैट और ईवीएम एम.की 3 मशीनों के जरिए मतदान कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य के 51,796 मतदान केंद्रों पर ईवीएम के साथ वीवीपीएटी का इस्तेमाल किया जाएगा। उन्होंने ये भी बताया कि 31 जुलाई 2018 को प्रकाशित प्रारूप मतदाता सूची के अनुसार राज्य में कुल 4 करोड़ 75 लाख 10 हजार 434 मतदाता हैं। जिसमें 2 करोड़ 48 लाख 21 हजार 957 पुरुष 2 करोड़ 26 लाख 88 हजार 677 महिला मतदाता और 349 किन्नर मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे।

2017 में यूपी विधानसभा चुनाव के नतीजे एकतरफा बीजेपी के पक्ष में जाने के बाद से ही ईवीएम की विश्वसनीयता को लेकर विपक्षी दल आवाज उठाते रहे हैं। इस कारण अब राजस्थान चुनाव में आयोग ने हर विधानसभा में ईवीएम (EVM) के साथ वीवीपैट (VVPAT) के इस्तेमाल का निर्णय लिया हैं। राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव 2018 में आदर्श आचार संहिता एवं अन्य नियमों के उल्लंघन पर कड़ी निगरानी रखने के लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा ‘सी विजिल’ नाम से एक एप को लॉन्च किया गया है, जो अधिकतम सौ मिनट की समय सीमा में प्राप्त शिकायतों का समाधान करेगा।