बीजेपी को लगा झटका, पूर्व दलित नेता तूर ने दिया इस्तीफा

ख़बरें अभी तक। बहादुरगढ़ में भारतीय जनता पार्टी को एक बड़ा झटका लगा है। भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश कार्यकारिणी के विशेष आमंत्रित सदस्य एवं दलित वर्ग के नेता पूर्व राजदूत आजाद सिंह तूर ने बीजेपी को अलविदा कह दिया है। आजाद सिंह तूर ने अपना इस्तीफा लिख कर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष को भेज दिया है।उन्होंने भाजपा पर आरोप भी जड़े हैं। उनका कहना कि बीजेपी सरकार ने गरीबों के लिए कुछ भी नहीं किया और प्रदेश में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान भी विफल रहा। यही कारण है कि आज प्रदेश भर में महिलाएं असुरक्षित हैं और लगातार बढ़ रही रेप की घटनाएं इसका उदाहरण है। आजाद सिंह तूर का कहना है कि आज प्रदेश में गरीब गरीब लोगों और महिलाओं का उत्पीड़न चरम सीमा पर पहुंच गया है।

इसके साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई नोटबंदी पर भी सवाल खड़े किए हैं। उनका कहना है कि नोटबंदी की वजह से लाखों युवाओं की नौकरी चली गई और अर्थव्यवस्था को भी भारी नुकसान पहुंचा है, इसीलिए उन्होंने बीजेपी को छोड़ने का फैसला लिया है। आजाद सिंह तूर ने बताया कि वह बीजेपी प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में भी कई बार गरीब और महिलाओं के लिए काम करने का मुद्दा उठा चुके थे। लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। हम आपको बता दें कि आजाद सिंह तूर भारतीय विदेश सेवा में राजदूत के पद पर सेवाएं दे चुके हैं और सेवानिवृत्त होने के बाद उन्होंने पहले इनेलो पार्टी का दामन थामा था और 2014 के चुनाव से पहले ही इनेलो छोड़कर बीजेपी में चले गए थे। अब आजाद सिंह तूर किस पार्टी में जाएंगे इसका खुलासा तो उन्होंने नहीं किया। हालांकि उनका यह जरूर कहना है की कई सारी पार्टियों के साथ उनकी बातचीत चल रही है और वह ऐसी पार्टी में शामिल होंगे जहां गरीब मजदूर और महिलाओं के उत्थान के लिए कड़े कदम उठाए जाते हैं।