टोहाना: निरक्षण के दौरान दिखाई, चार वर्ष पहले बने भवन में आई दरारें

ख़बरें अभी तक। शिक्षक अगर स्कूल में समस्याओं से झुझता रहेगा तो बच्चों को शिक्षण कैसे व कैसा होगा यह एक ज्वलन्त सवाल है? जो वर्तमान में टोहाना के राजकीय वरिष्ठ माध्यिमक विद्यायल (26जनवरी गा्रउड) के शिक्षकों के लगाए जा रहे आरोप व सवालों को सुनते हुए लगाया जा सकता है। आरोप है कि इस स्कूल में वर्ष 2013-14 में यहां नए भवन को निमार्ण किया गया था पर इन कमरों में ना रंग रोगन-सफेदी गई है व ना ही बिजली के लिए पंखों व बल्बों के लिए कोई उचित व्यवस्था नहीं है, सर्दियों में धुप ना होने की वजह से कमरों में ज्यादा अन्धेरा होता है। तारें झुल रही है जो कभी भी गिर सकती है सभी कमरों का एक ही मैन स्विच है। जिसकी वजह से बिजली का दुउपयोग हो रहा है। आरोप है कि इन भवनों को उद्घाटन आनन-फानन में किया गया। इस बिल्डिग में सारी की सारी समस्याएं है।

चारदिवारी की, स्कूल गेट की, फंण्डिग की समस्या है। भवन में दरार आई हुई है। अधिकारियों को शिकायत की गई तो उनका कहना था कि फण्ड कम होने की वजह से सफेदी व बिजली की व्यवस्था नहीं हो पाई। स्कूल में सफाई कर्मी की पोस्ट भी नहीं है सफाईकर्मी को वेतन स्टाफ आपस में पैसे इक्कठे करके देते है। स्कूल केे रास्तें में मिट्टी गिरवाने का काम भी स्कूल स्टाफ ने खुद के पैसों से ही करवाया है। स्कूल में डस्टबीन भी इसी तरह से लाए गए है। औचक निरक्षण पर पहुंचे खण्ड शिक्षा अधिकारी से जब इस बारे में बात की गई तो उनका कहना था कि समस्याओं को दूर करवा दिया जाएगा पर सवाल यहां पर यही है क्यूं गरीबों को राजनीति करने वाली सरकारें इन कमियों को समय रहते दूर नहीं करती जिससे बच्चों की शिक्षण व्यवस्था बेहतर हो सके।