मवेशियों के छोड़े जाने से आक्रोशित सैंकड़ों किसानों ने लगाया जाम

ख़बरें अभी तक। यूपी के हमीरपुर जिले की सीमा में पड़ोसी जिले महोबा से अन्ना मवेशियों के छोड़े जाने से आक्रोशित सैंकड़ों किसानों ने राठ-चरखारी मार्ग में बड़े बड़े पत्थर रख कर जाम लगा दिया. यह जाम कई घंटो तक लगा रखा और प्रशासनिक अधिकारियों के समझा बुझाकर जाम खुलवाते हुए अन्ना जानवरों को राठ कसबे में ले जाने की कोशिश की तो राठ कस्बे के किसानों ने भी लाठियां उठा ली और जानवरों को लेकर आये किसानों की पिटाई कर डाली देर रात तक यही हालत बने रहे है और सैंकड़ों किसान एक दुसरे के खून खच्चर पर उतारू हो गये.

मामला हमीरपुर जिले के थाना राठ के कैथी गांव का है जहां ग्रामीणों ने जानवरों से परेशान होकर मेन रोड को जाम कर दिया और एस डी एम और सी ओ सहित पुलिस अधिकारियों के काफी समझाने पर भी कई घंटों तक जाम नहीं खोला तब अधिकारियों ने जानवरों को दुसरे गांव भेजने की कोशिश की लेकिन दुसरे गांव के लोग भी लाठी डंडे लेकर विरोध करने लगे और अपने गांव में भी जानवरों का प्रवेश नहीं होने दिया। तब अधिकारी जानवरो को लेकर राठ क़स्बा आ गए जहां पर क़स्बा राठ के किसानों ने कैथी गांव से जानवर ला रहे किसानों की पिटाई कर दी और जानवरों को मार-मारकर राठ की सीमा से बाहर कर दिया.

वहीं प्रशासनिक अधिकारिकरियों द्वारा जानवरों को राठ सीमा में लाने से नाराज किसानों का आरोप है कि आखिर ये समस्या इन्होंने क्यों उत्पन्न की और राठ जानवरो को क्यों लाए कुछ भी हों भाजपा सरकार में गौ माता की दुर्दशा हो रही है और उनको इधर से उधर लाठी मारकर भगाया जा रहा है. वहीं अन्ना जानवरों को लेकर कई गांव के किसान आमने सामने आ गये है जिसके चलते जिला प्रशासन के हाथ पैर फूल गये है अब जिला प्रशासन के आलाधिकारी खुद नहीं समझ पा रहे है की वो आखिर इन अन्ना जानवरों को कहां ले जाये. हजारों अन्ना जानवरों को लेकर किसानों के बीच भी खूनी संघर्ष होने के आसार बने हुए है क्योंकी सभी किसान लाठी डंडो और कुल्हाड़ियों से लैस अपनी अपनी सीमाओं पर डटे हुए है. ऐसे में किसानों के बीच अपनी फसले बचाने के लिए कभी भी खुनी संघर्ष हो सकता है.