भारत बंद के दौरान नूंह में बाजार बंद कराने में कांग्रेस रही सफल

ख़बरें अभी तक। डीजल-पेट्रोल से लेकर रसोई गैस के आसमान छूते दामों को लेकर कांग्रेस और सहयोगी दलों द्वारा सोमवार को बुलाये गए भारत बंद का नूंह शहर में पूरा असर देखने को मिला। पूर्व मंत्री आफ़ताब अहमद की मेहनत रंग लाई। तीन दिनों से दुकानदारों-व्यापारियों से कांग्रेस का बाजारबंद को लेकर तालमेल काम आ गया।

मेवात जिला मुख्यालय नूंह शहर में आज सुबह से कांग्रेस नेता पूर्व मंत्री आफ़ताब अहमद अपने समर्थकों के साथ नूंह बाजार में निकले। सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ताओं ने कुछ दुनकानदारों से दुकान बंद की अपील भी की। वैसे गत 8 सितम्बर को ही पूर्व मंत्री आफ़ताब अहमद ने बैठक कर व्यापारियों और कार्यकर्ताओं से बंद को पूरी तरह सफल बनाने की अपील की थी। उनकी अपील से मेडिकल स्टोर और कुछ गरीब दुकानदारों की फल की रेहड़ियों को छोड़ दिया जाये तो बाजार पूरी तरह बंद दिखा। कांग्रेस नेता कई किलोमीटर पैदल चलकर खूब पसीने बहाये।

पत्रकारवार्ता में पूर्व परिवहन मंत्री ने कहा कि भाजपा से लोग अब पूरी तंग आ चुके हैं। बाजार बंद  ने यह साबित कर दिया कि व्यापारी भी सी सरकार से खुश नहीं हैं। आफ़ताब अहमद बोले कि जो 70 साल में नहीं हुआ वो मोदी -मनोहर राज में हो रहा है। डीजल-पेट्रोल के दाम इतने कभी नहीं बढ़े। कच्चे तेल के दामों में गिरावट के बावजूद भी डीजल-पेट्रोल पर सरकार कोई राहत लोगों को नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि 11 लाख करोड़ का व्यापार भजपा ने डीजल-पेट्रोल से किया है।

इसके अलावा अगर बात रसोई गैस की कीमतों की करें तो उसमें भी आग लगी हुई है। उज्ज्वला का ढोल तो भाजपा पीट रही है, लेकिन गरीबों के पास महंगाई के दौर में सिलेंडर भरवाने तक के पैसे नहीं हैं। लोग बेरोजगार घूम रहे हैं। अगर भाजपा सरकार ने तेल के दामों में कमी नहीं की तो कांग्रेस अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखेगी। भारत बंद किसी एक जिले या प्रदेश में नहीं बल्कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और सहयोगी दलों के नेता डीजल-पेट्रोल के दामों पर बहरी भाजपा सरकार के कान खोलने का काम कर रहे हैं।