देर शाम बारिश के साथ आए तेज तुफान के कारण हुआ भारी नुकसान

ख़बरें अभी तक। जिले के गांव महराणा व आसपास क्षेत्र में देर शाम बारिश के साथ आए तेज तुफान के कारण भारी नुकसान हुआ। एक तरफ खेतों में लहराती फसलें गिर गई वहीं कई जगह पेड़ जड़ों सहित उखड़ कर टूट गए। सड़क किनारे व खेतों में लगे बिजली के पोल भी टूट कर गिरने से हालात विकट हो गए। पेडों के टूटकर सडक़ पर गिरने से आने-जाने का रास्ता भी बाधित हो गया। जिससे आमजन को काफी दिक्कतें आ रही हैं। गांव में घंटों तक बिजली गुल रही। तुफान के कारण हुए नुकसान का आंकलन करने के लिए तहसीलदार ने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया और रिपोर्ट तैयार कर सरकार को भेजने की बात कही।

देर सायं तेज बारिश के साथ तुफान ने दादरी क्षेत्र में कहर मचाया। खरीफ की फसलें जमीन के साथ लेट गई तो कई स्थानों पर फसल बर्बाद हो गई। पेड़ टूटने से जहां रोड बाधित हो गए वहीं बिजली के पोल टूटने से कई गांव अंधेरे में डूबे रहे। फसलें बर्बाद होने से किसानों की चिंताएं बढ़ गई। किसानों का कहना है कि इस बार अच्छी पैदावार की उन्हें उम्मीदें थी। लेकिन तेज आंधी, तूफान में उनकी ज्वार, बाजरा व नरमा की फसलें काफी हद तक नष्ट हो गई हैं। कई जगह जमीन पर बिछ गई तो कहीं जगह तेज आंधी के चलते टूट गई। किसानों ने महंगे खाद, बीज, सिंचाई पानी से फसलें तैयार की थी जो एक ही झटके में नष्ट हो गई।

किसान नरेश कुमार, सुरेश, कृष्ण, सुनील पहलवान, सुनील, राजकुमार, मांगेराम,रामकिशन इत्यादि ने बताया कि फसलों में भारी नुकसान होने से उनके सामने विकट परिस्थितियां खड़ी हो गई हैं। फसल उत्पादन पर ही बैंकों से लिया लोन चुकाने, घरेलू कामकाज, शादी-विवाह और अन्य कार्य निर्भर होते हैं। लेकिन इस बार उनकी फसलें खराब हो गई हैं। वे जल्द ही दादरी प्रशासन से मिलेंगे और नुकसान की भरपाई के लिए मुआवजे की मांग करेंगे। किसानों का कहना है कि फसलें बर्बाद होने के साथ ही काफी संख्या में पेड़ भी टूट गए हैं।

गांव में बिजली पोल इत्यादि टूटने से आपूर्ति बाधित हो गई। इन हालातों में जनजीवन कठिन हो गया है। प्रशासन को चाहिए कि इन हालातों से उन्हें निजात दिलाए और फसलों के नुकसान की भरपाई के लिए उचित मुआवजा मुहैया कराए।वहीं ग्रामीणों द्वारा प्रशासन को अवगत करवाया गया तो तहसीलदार कंवल सिंह मौके पर पहुंचे और निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने बताया कि जिन क्षेत्रों में नुकसान हुआ है, वहां की रिपोर्ट तैयार करके सरकार को भेजी जाएगी। वहीं वन विभाग व बिजली निगम अधिकारियों को इस क्षेत्र में पेड़ हटाने के साथ-साथ बिजली सप्लाई करने के निर्देश जारी किए हैं।