सीएम योगी द्वारा बाढ़ पीड़ितों को बांटी राहत सामग्री पर पीएम की छपी फोटो पर सियासत, विपक्षी दलों के नेताओं ने ली चुटकी

खबरें अभी तक। लगातार हो रही बरसात से बने बाढ़ के हालात का जायजा लेने के लिए शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिले का हवाई दौरा किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिले में आकर पहले हेलीकॉप्टर से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया और फिर हवाई सर्वेक्षण करने के बाद सिद्यपीठ मां चंद्रिका देवी मंदिर प्रांगण में बाढ़ पीड़ितों से मिलकर उनसे उनकी समस्या जानने के साथ ही राहत सामग्री का उन्‍होंने वितरण भी किया। राहत सामग्री के पैकेट पर योगी और मोदी की छपी फोटो को लेकर मौके पर उपस्थित लोगों ने उसका राजनीतिक करण किये जाने और 2019 के चुनाव की तैयारियों से जोड़ा। मंदिर में मां चंद्रिका के दर्शन करने के बाद मुख्यमंत्री ने उपस्थित बाढ़ प्रभावितों को भरोसा दिलाया कि सरकार उनके साथ है। जिला प्रशासन सीएम के कार्यक्रम को लेकर बीते दो दिनो से दिन रात एक किये रहा। उसके बाद भी प्रशासन पर लाभार्थियों ने पक्षपात का आरोप लगाया। हालांकि प्रशासन की इस नाकेबंदी के कारण तमाम पास धारक बाढ़ पीड़ितों के अलावा मीडियाकर्मी व भाजपा के नेता भी बाहर ही खड़े रहने को विवश दिखे। बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री वितरित करने के लिए चुने गए बक्सर के मामले में करीब सभी विपक्षी दलों के नेता चुटकी लेते नजर आये। इन नेताओं का कहना था कि बाढ़ की विभीषिका का सामना सदर तहसील के शुक्लागंज से लेकर सफीपुर व बांगरमऊ तहसील क्षेत्र के हजारों परिवार कर रहे हैं। जो अपने घरों से विस्थापित होकर सड़कों व स्कूलों आदि में शरणार्थी का जीवन जी रहे हैं। इन बाढ़ पीड़ितों को प्रशासन नाम मात्र राहत नहीं दे पा रहा हैं। लोगों का कहना था यदि फतेहपुर चौरासी क्षेत्र में सीएम का दौरा घोषित होता तो तैयारी के दौरान ही काफी हद तक बाढ़ पीड़ितों को मदद मिल जाती। विपक्षियों ने इसे विभिन्न सोशल साइट्स पर भी मुद्दा बनाया।

लाभार्थियों ने कहा कि प्रशासन ने बुलाया था पास भी जारी किया था। लेकिन मौके पर अंदर ही नहीं जाने दिया गया।

मुख्यमंत्री ने कहा पहले की सरकारें राहत सामग्री वितरण में खेल करती थी। लेकिन जब से सूबे में भाजपा की सरकार ने सत्ता संभाला है। उसके बाद से बाढ़ पीड़ितों की मदद निष्पक्ष तरीके से की जा रही है। उन्होंने कहा कि जबसे मुझे बाढ़ की जानकारी हुई है। उसके बाद मैं स्वयं हालात का जायजा लेने के लिये निकल पड़ा हूं। मुख्यमंत्री ने कहा बाढ़ प्रभावितों को हमारी सरकार ने दैवीय आपदा माना है। और इसके बाद से बाढ़ प्रभावितों को श्रेणी वार लाभ दिलाने की व्यवस्था की जा रही है। कहा कि प्रशासन पूरी तरह से बाढ़ पीड़ितों के साथ है। बाढ़ में नुकसान के साथ ही मौत के मामले भी सामने आ रहे है। बाढ़ का पानी उतरने के बाद मेडिकल कैंप लगाकर लोगों को राहत पहुंचाने का काम किया जाएगा। प्रशासन की टीम नुकसान का आकलन कर रही है। पीड़ितों को मुआवजा भी शीघ्र उपलब्ध कराया जाएगा।