एससी विद्यार्थीयों को फ्री शिक्षा कहकर समेस्टर के बीच में ली जा रही फीस

ख़बरें अभी तक। सरकार द्वारा शिक्षा का बजट लगातार घटाया जा रहा है। एससी विद्यार्थीयों को फ्री शिक्षा कहकर कॉलेज में एडमिशन दिलाकर अब समेस्टर के बीच में उनसे फीस मांगी जा रही है। इसके खिलाफ छात्र एकता मंच के बैनर तले आज सोनीपत के विभिन्न कॉलेज के छात्र छात्राओं ने जिला उपायुक्त कार्यालय पर सरकार विरोधी नारे बाजी की।

विद्यार्थीयों का कहना है कि पहले तो सरकार ने नियम बना दिया कि एससी विद्यार्थीओ को फ्री शिक्षा दी जायगी। अब  अब समेस्टर के बीच में सभी विद्यार्थीओ से फ़ीस मांगी जा रही है। आज बहुत से विद्यार्थीओ की पारिवारिक स्थिति ऐसी नहीं है कि वो अपनी फ़ीस भर पाएंगे। अब जो विद्यार्थी फ़ीस नहीं भर पायगे उनका तो भविष्य अंधकार में चला जाएगा।

उन्होंने मांग की है कि एससी विद्यार्थीयों के लिए जो फ्री शिक्षा का प्रावधान था उसे लगातार जारी रखा जाए। उन्होंने बताया कि ओबीसी का स्कॉलरशिप बजट 2015 में 11 करोड़ रुपए होता था  और अब  इस घटाकर 4 करोड़ रूपये कर दिया है। उन्होंने कहा कि शिक्षा का बजट इतना होना चाहिए कि जितने भी जरूरत मंद विधार्थी है उन्हें शिक्षा मिल सके। उन्होंने कहा कि जब सरकार विद्यार्थीयों को स्कालरशिप के द्वारा आर्थिक लाभ देती है तो उनके एडमिशन ही फ्री कर देने चाहिए। जिससे विद्यार्थीयों पर किसी तरह का कोई बोझ नहीं पड़े।