ग्रामीण बैंक मैनेजर ने किसान को लोन देने के नाम पर आत्महत्या करने की दी सलाह

खबरें अभी तक। होडल के गांव सोंध में गुड़गांव ग्रामीण बैंक के मैनेजर ने किसानों को लिखित में अपने साइन करके और बैंक की मोहर लगाकर आत्म हत्या करने का लैटर थमाया। एक तरफ केंद्र व प्रदेश सरकार 2022 तक देश के किसानों की दुगनी आय करने का सपना किसानों को दिखा रही है। वहीं सर्व ग्रामीण बैंक के अधिकारी सरकार व किसानों को ठेंगा दिखा आत्महत्या करने की सलाह दे रहे हैं। किसानों ने इसकी शिकायत सीएम विंडो पर लगाई है। बैंक मैनेजर किसान क्रेडिट कार्ड नहीं बना रहा है और कुछ भी बिगाड़ने की धमकी दे रहा है। यहां तक की बैंक के गनमेन ने किसानों को बैंक से बाहर नहीं जाने की धमकी भी दी। लेकिन बैंक मैनेजर ने इस बारे में कैमरे पर कुछ नहीं बताया।

होडल के गांव सोंध में गुड़गांव ग्रामीण बैंक में बैंक के मैनेजर ने किसानों को लोन नहीं देने को कहा और मैनेजर ने किसानों को आत्मा हत्या करने के लिए कह दिया। सोंध गांव के आसपास के सैकड़ो किसानों ने सर्व ग्रामीण बैंक की शांखा में जाकर बैंक मैनेजर से किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने को लेकर भारी बहस हुई। यहां तक की बैंक के अंदर मौजूद गनमैन ने किसानों को बैंक से बाहर नहीं जाने पर गोली मारने के लिए कहा, जिसको लेकर किसानों और बैंक के गनमैन के बिच झगड़ा होने की उम्मीद बढ़ गई। लेकिन खुद किसानों ने एक दूसरे को अलग कर दिया। उसके बाद बैंक के मैनेजर और किसानों की बीच हाथापाई तक की नौबत आ गई। किसानों ने बताया की सरकार और बैंक कर्मचारी किसानों के साथ धोखा कर रही किसानों की अपनी खेतों में लगी फसल के लिए बनाए गए किसान क्रेडिट कार्ड को बनाने के नाम पर पैसे की मांग कर किसानों को परेशान कर रहे हैं।

किसानों ने कहा की गांव की पंचायत के सदस्य डिप्टी राम पंच, सत्य देव पंच, मुंशी पंच, धर्मवीर, बिजेंद्र, भूपराम, धर्मवीर, शिवदत्त, शकुन्तला, शशिबाला ने बताया कि गांव की बैंक से किसान क्रेडिट कार्ड बनवाया हुआ था और जिसका समय पर लेनदेन किया जा रहा था। चार माह पूर्व उस ऋण को चूका दिया। लेकिन जब दुबारा कार्ड बनवाने  का समय आया तो बैंक प्रबंधक ने किसानों को ऋण देने के नाम पर पैसे की मांग करने लगा और पैसे ना देने पर किसानों को बैंक प्रबंधक ने लिखित अपने साइन करने और बैंक की मोहर लगाकर जहर व फांसी खाने को कहा और आत्म हत्या के लिए कह दिया। किसान अपनी खेती में खर्चा करने के लिए किसान कार्ड को लेकर घूम रहे इस मामले में किसानों ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि बैंक के अधिकरियों का तबादला बैंक से नहीं किया गया तो बैंक को नही खोलने देंगे।

किसानों की हंगामा की सुचना के बाद जिला पलवल बैंक रीजनल कार्यालय से आए अधिकरियों ने किसानों से गांव में आकर बात चीत कर मामला जल्द सुलझाने का आश्वासन दिया। यह हाल है प्रदेश में किसानों का और बैंक कर्मचारी किस तरह से किसानों के साथ व्यवहार करते हैं।