उत्तर प्रदेश में बरसात का कहर जारी, रुक-रुक कर हो रही मूसलधार बारिश

ख़बरें अभी तक। उत्तर प्रदेश में अभी भी बरसात का कहर जारी है और लगातार तीन दिन से रुक रुककर मूसलधार बारिश हो रही है जिससे लोगों का जीना मुहाल हो गया है। लोग बरसात के कारण अपने घरों में दुबकने को मजबूर हो गए है। वहीं कहीं प्रदेश में बरसात के कारण बाढ़ का खतरा है तो कहीं सड़कों पर जलभराव की समस्या लगातार जारी है।

रोजाना लाखों की संख्या में बड़े वाहन गाजियाबाद से दिल्ली के लिए रवाना होते हैं। यहां तक की इसी रास्ते से बुलंदशहर और धौलाना तहसील के अधिकारी इसी से होकर गुजरते हैं पर किसी अधिकारी या स्थानीय नेताओं का इस और कोई ध्यान नहीं है. जल भराव के कारण ही घंटों तक सड़कों पर लम्बा जाम लग जाता है। जिसके चलते लोगों को ट्रेफिक में घंटों अपने वाहनों के साथ जाम से जुझना पड़ रहा है।

जल भराव का मुख्य कारण स्थानीय ग्राम प्रधान और क्षेत्रीय अधिकारियों की लापरवाही बताई जा रही है। जिसके कारण आज नाले की सफाई नहीं होने के कारण और सड़कों पर वाहनों का कब्जा मुख्य समस्या है। जिसके चलते आज जगह जगह गांव की कॉलोनियों में और दुकानों में जलभराव हो गया है। जल निकासी के न होने के कारण लोगों के लिए जगह-जगह जल भराव के कारण परेशानी का सबब बना हुआ है।

स्थानीय लोगों  का कहना है की  क्षेत्रीय विधायक भी रोजाना इसी सड़क से दिन में कई गुजरते हैं, पर उन्हें यहां की जनता की समस्या नहीं दिखाई दे रही। दुकानदारों से उनकी रोजी रोटी का हाल जाना चाहा तो उनका साफ कहना था कि पिछले 5 दिनों से दुकानों के सामने जल भराव होने के कारण यहां कोई सामान खरीदने के लिए ग्राहक तक नहीं आ पा रहे हैं। जिसके चलते हमे अपनी  रोजी-रोटी के साधन में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जलभराव उनके लिए मुसीबत बन गया है। बारिश का पानी अनुरूप लोगों की मुसीबत का कारण बनता जा रहा है ।

सवाल बड़ा है जिला प्रशासन के पास संसाधनों की कोई कमी नहीं है, पर भ्र्ष्टाचार रूपी दानव अपना कार्य नहीं करने दे रहा है। क्योंकि कार्य केवल कागजों तक ही सीमित है। नालों की सफाई नहीं होने से पानी भर रहा है, वहीं सड़कों पर बड़े बड़े गड्ढे भी हादसों का कारण बन रहे है। जिला प्रशासन नींद से कब जागेगा ये स्थानीय लोगों सोचने पर मजबूर है.