जाट नेता यशपाल मलिक की सरकार को चेतावनी, आंदोलनकारियों को हिरासत में लिया तो जाट सड़कों पर उतरेंगे

ख़बरें अभी तक। अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति ने एक बार फिर हरियाणा सरकार के खिलाफ आंदोलन की चेतावनी दी है। रोहतक के जसिया में हुई समिति की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में सरकार को चेताया गया कि अगर आंदोलनकारियों को हिरासत में लिया गया, तो जाट सड़कों पर उतर आएंगे।

धरना देने के लिए हर जिले में सड़क किनारे के 10 गांव चिहिृत किए जाएंगे, जो किसी भी समय सड़क पर धरना दे देंगे। 13 सितंबर को प्रदेश के हर जिले में आंदोलनकारी सुनील श्योरण की पुण्य तिथि मनाने का निर्णय लिया गया।

समिति की इस बैठक की अध्यक्षता राष्ट्रीय अध्यक्ष यशपाल मलिक ने की। बैठक में प्रदेश के हर जिले के पदाधिकारी मौजूद रहे। मलिक ने एक बार फिर भाजपा नेताओं पर ही वर्ष 2016 में दंगे कराने का आरोप लगाया।

उन्होंने कहा कि राजस्थान व मध्य प्रदेश चुनाव के बाद वे सीएम मनोहर लाल व वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु के खिलाफ दंगे कराने की साजिश रचने का आईपीसी की धारा 120 बी के तहत केस दर्ज कराएंगे।

यशपाल मलिक ने आरोप लगाया कि भाजपा ने ही अलग पार्टी बनाने के लिए सांसद राजकुमार सैनी को फंडिंग की है। भाजपा सैनी को बंदर- बंदरिया का नाच नचाएगी। सैनी की पार्टी के टिकट भी जातीय समीकरण के आधार पर भाजपा ही दिलवाएगी। यशपाल मलिक ने जाट आरक्षण के संबंध में केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह के सुझाव का समर्थन किया।