आज ही के दिन भगवान श्री कृष्ण ने लिया था अवतार

ख़बरें अभी तक। पुण्डरी: आज जन्माष्टमी का त्योहार एक उत्सव की तरह ही मनाया जाता है कहते हैं जब भी धर्म को हानि होती है और पाप कर्म बढ़ने लगते तब तब भगवान् किसी न किसी रूप मे जन्म लेकर अधर्मी और पापियों का नाश करतें है। आज ही के दिन भगवान श्री कृष्ण ने अवतार ले पापियों का वध किया था। मनुष्यों का उद्धार करने के लिये भगवान श्री कृष्ण ने अनेक लीलायें की व् धर्म की रक्षा की. भगवान श्रीकृष्ण ने विष्णु के 8वें अवतार के रूप में जन्म लिया था। 8वें मनु वैवस्वत के मन्वंतर के 28वें द्वापर में भाद्रपद के कृष्ण पक्ष की रात्रि के जब 7 मुहूर्त निकल गए और 8वां उपस्थित हुआ तभी आधी रात के समय सबसे शुभ लग्न में देवकी के गर्भ से भगवान श्रीकृष्ण ने जन्म लिया। उस लग्न पर केवल शुभ ग्रहों की दृष्टि थी।

रोहिणी नक्षत्र तथा अष्टमी तिथि के संयोग से जयंती नामक योग में लगभग 3112 ईसा पूर्व (अर्थात आज जनवरी 2018से 5130वर्ष पूर्व) श्रीकृष्‍ण का जन्म हुआ। ज्योतिषियों के अनुसार रात 12 बजे उस वक्त शून्य काल था। हिन्दू लोग इस दिन जन्माष्टमी को व्रत आदि रख कर भगवान श्री कृष्ण ने जो पापियों को व् राक्षसों को मार कर धर्म की रक्षा के रूप मे भगवान के प्रति अपनी आस्ता प्रकट करने के लिये व्रत रख कर भगवान का धन्यावाद करते है। महाभारत युद्ध 3137 ई.पू में हुआ। 35 वर्ष पश्चात भगवान कृष्ण ने देह छोड़ दी थी तभी से कलियुग का आरंभ माना जाता है। उनकी मृत्यु एक बहेलिए का तीर लगने से हुई थी। तब उनकी उम्र 119 वर्ष थी।