एमपीएचडब्ल्यू कर्मचारियों का धरना छठे दिन भी जारी, सामाजिक संगठनों ने भी कर्मचारियों को दिया समर्थन

खबरें अभी तक। पहले एनएचएसम, फिर आशा वर्कर और अब एमपीएचडब्ल्यू कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर सडक़ों पर आ गए हैं। ऊपर से सरकार द्वारा एस्मा लागू करने के बाद रोडवेज कर्मचारियों के एमपीएचडब्ल्यू कर्मचारियों का आक्रोश बढ़ता दिखाई दे रहा है।

पिछले 6 दिनों से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे एमपीएचडब्ल्यू कर्मचारियों को आज सामाजिक संगठन ग्रामीण उत्थान-भारत निर्माण संस्था के संयोजक मेजर डा. टीसी राव ने धरनास्थल पर पहुंचकर अपना समर्थन दिया तथा कर्मचारियों की मांगों को जायज ठहराते हुए कहा कि देश में हर किसी को अपनी डिमांड रखने का अधिकार है। जहां तक एस्मा लगाने का सवाल है तो यह सरकार का तानाशाहीपूर्ण रवैया है। सरकार को चाहिए कि समान काम-समान वेतन की दिशा में काम करते हुए कर्मचारियों की मांगों को तुरंत प्रभाव से पूरा करे। वहीं वे भी सोमवार को मुख्यमंत्री को मेल द्वारा आग्रह करेंगे।

वहीं एमपीएचडब्ल्यू कर्मचारी एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा कि वे शांतिपूर्ण ढंग से धरना दे रहे हैं। सरकार ने अगर समय रहते नोटिफिकेशन जारी नहीं किया तो उनका यह आंदोलन और अधिक उग्र रूप ले सकता है, जिसके लिए सरकार जिम्मेदार होगी।