राज्यपाल ने लोगों से किया आह्वान, कहा- जन्मदिवस, सालगिरह व स्मृति दिवस पर करें पौधारोपण

खबरें अभी तक। राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने लोगों का आह्वान किया कि वे जन्मदिवस, सालगिरह तथा स्मृति दिवस पर पौधारोपण करें जिससे इस अवसर की सार्थकता और बढ़ेगी और पर्यावरण संरक्षण का यह कार्य जीवन से जुड़ सकेगा। राज्यपाल आज शिमला जिले के निकट तारादेवी में राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर शिमला-कालका रेल ट्रैक के साथ राज्य रेडक्रॉस तथा वन विभाग द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित 69वें वन महोत्सव के अवसर पर बोल रहे थे।

उन्होंने वन विभाग को निर्देश दिए कि वे ऐसे स्थानों को चिन्हित करें, जहां नवविवाहित दम्पत्ति पौधा रोपित कर सकें। जिससे शिमला आने वाले पर्यटकों का आकर्षण बढ़ेगा और हरित आवरण में भी वृद्धि होगी। इससे उस स्थान के प्रति उनकी स्मृति भी बनी रहेगी। उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि वन विभाग द्वारा इस वर्ष 80 लाख पौधारोपण किए गए और यह कार्य नियमित तौर पर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह कार्य हम ईमानदारी से करते हैं तो सुंदरता के साथ-साथ वन हम जीवन भी प्रदान करेंगे। राज्यपाल ने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग के दुष्परिणाम हमारे सामने हैं, जिसका कारण पर्यावरण से छेड़छाड़ है। पेड़-पौधे लगेंगे तभी हम पर्यावरण असंतुलन से होने वाले दुष्परिणामों से बच सकते हैं।

उन्होंने विद्यार्थियों का आह्वान किया कि वे नशे के खिलाफ प्रदेश सरकार के अभियान में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि बेटियां सुरक्षित हों और वे आगे बढ़ें, समाज में यह सोच बननी चाहिए। लोगों में भाईचारा व एकता का भाव पैदा हो तथा अच्छे समाज के निर्माण में सहयोग करें। शुद्ध आहार के लिए लोगों को शून्य लागत प्राकृतिक कृषि के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि लोगों को जीवन, विचार, स्वास्थ्य, सोच और शुद्ध पर्यावरण देना ही सद्गुण हैं और इसी में देवभूमि की सार्थकता भी है। राज्यपाल ने इस अवसर पर वन विभाग के कर्मियों को पर्यावरण संरक्षण की दिशा में की गई उत्कृष्ट सेवाओं के लिए सम्मानित भी किया।

इससे पूर्व, राज्यपाल ने तथा राज्य रेडक्रॉस अस्पताल कल्याण शाखा की अध्यक्ष डॉ. साधना ठाकुर ने चिनार के पौधे का रोपण भी किया। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला, बालूगंज के विद्यार्थियों ने इस अवसर पर  देवदार के 200 पौधे रोपे। इस अभियान में कुल 1000 पौधे रोपे गए।