कुर्सी बचाने के लिए एसपी ने फर्जी एनकाउंटर कर लूटी झूठी वाहवाही

खबरें अभी तक। बाराबंकी में अपनी कुर्सी बचाने के लिए फर्जी एनकाउंटर और बेगुनाहों को जेल भेज कर झूठी वाहवाही बटोरने वाले एसपी वीपी श्रीवास्तव का एक और शर्मनाक कारनामा सामने आया है । दरअसल बाराबंकी  के पुलिस मीडिया व्हाट्सएप ग्रुप पर एसपी वीपी श्रीवास्तव के किसी चमचे ने ये संदेश पोस्ट कर दिया कि एसपी वीपी श्रीवास्तव के सम्मान में  भारत सरकार के डाक विभाग द्वारा उनकी  फ़ोटो लगा डाक टिकट जारी किया गया है।

इस संदेश के पोस्ट होते ही बाराबंकी के अपर पुलिस अधीक्षक नार्थ दिगम्बर कुशवाहा ने भी एसपी बाराबंकी को बधाई देकर इस अफवाह पर मोहर लगा दी जिसके बाद ग्रुप में एसपी साहब को बधाइयां देने का तांता लग गया । लेकिन जब बाराबंकी के प्रधान डाक अधीक्षक आनन्द किशोर अवस्थी से एसपी बाराबंकी को सम्मानित करने के बाबत सवाल किया गया तो उन्होंने इस झूठी अफवाह से पर्दा उठाते हुए बताया कि उनके विभाग द्वारा एसपी बाराबंकी को सम्मानित करने के लिए कोई डाक टिकट नही जारी किया गया है.

बल्कि डाक विभाग द्वारा माई स्टैम्प नाम से ये सुविधा काफी समय से चलाई जा रही है जिसके तहत मात्र 300 रुपये का भुगतान कर कोई भी आम आदमी डाक टिकट पर अपनी फोटो छपवा सकता है । इस सच्चाई के सामने आने के बाद एसपी बाराबंकी वीपी श्रीवास्तव एक बार फिर बेनकाब हो गए क्योंकि ग्रुप में घण्टो बधाइयों का सिलसिला चलता रहा लेकिन झूठी वाहवाही सुनने के शौकीन वीपी श्रीवास्तव ने एक बार भी इन अफवाहों का खण्डन करने की जहमत नही उठायी।