पेट्रोल डीजल के दामों में आए दिन हो रहे इजाफे से हर वर्ग परेशान

ख़बरें अभी तक। पेट्रोल डीजल के दामों में आए दिन हो रहे इजाफे से हर वर्ग परेशान है और गत दिवस भी बढ़ाए गए दामों पर जनता ने जमकर केन्द्र सरकार को कोसा है। डॉलर के मुकाबले रुपए के लगातार कमजोर होने और क्रूड की कीमतों में इजाफे के कारण पेट्रोल डीजल की कीमतें फिर आसमान छूने लगी है। डीजल के दाम रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए है, वहीं पेट्रोल की कीमत बढ़ी है। पेट्रोल की बढ़ती कीमत पर युवाओं का कहना है कि मोदी सरकार ने सता में आने से पहले तो मंहगाई को काबू करने की बात कही थी लेकिन आज दिनों दिन मंहगाई बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि आए दिन पेट्राल डीजल के दामों में इजाफा हो रहा है जिससे जनता त्रस्त हो गई है।

वाहन चालक का कहना है कि जब बीजेपी सता से बाहर थी तो सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन करती थी लेकिन अब सता में आकर जो मर्जी रेट बढ़ाए जा रहे है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार को चाहिए कि देश की जनता की फिक्र करें और जल्द पेट्रोल डीजल के रेट को कम करें। वहीं स्थानीय दुकानदार सोनी का कहना है कि महंगाई बढ़ रही है और आम लोगों का गुजारा करना भी मुश्किल बना हुआ है। उन्होंने कहा कि पंट्रोल डीजल के दाम कम होने चाहिए। वहीं शांतनु कुमार का कहना है कि पेट्रोल डीजल के दामों के बढ़ने से जनता के साथ साथ व्यापारी वर्ग भी परेशान है और महंगाई को काबू करने के लिए जल्द सरकार को कदम उठाना चाहिए। वहीं बुजुर्ग कांशी राम का कहना है कि पहले की सरकारें एक पैसा बढाती थी लेकिन अब तो हर महीने में पैट्रोल डीजल के दाम बढाए जा रहे है जो कि गलत है ऐसा नहीं होना चाहिए।

गौरतलब है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में पिछले हफ्ते कच्चे तेल के दाम में 5 फीसदी तक की बढ़ोत्तरी आई है। कच्चे तेल के अलावा डॉलर के मुकाबले गिरते रुपये ने भी ईंधन की कीमतें बढ़ाने का काम किया है। फिलहाल रुपया 70 के पार बना हुआ है। तुर्की में जारी आर्थिक संकट के चलते रुपये में गिरावट है। इसकी वजह से तेल कंपनियों को कच्चे तेल को आयात करने पर ज्यादा खर्च करने पड़ रहे हैं। यही वजह है कि ईंधन की कीमतें बढ़ रही है।