स्वास्थय विभाग की नाक के नीचे राष्ट्रीय ध्वज का अपमान

खबरें अभी तक। एक तरफ देश की आन-बान व शान के प्रतीक तिरंगे की रक्षा के लिए सैनिक अपने प्राणों की आहूति देते है। सभी में राष्ष्ट्रीय एकता की भावना बनी रहे और तिरंगे के प्रति सम्मान बना रहे इसी के चलते जिला सैनिक बोर्ड की दीवार पर पिछले दिनों हजारों रूपए खर्च कर राष्ट्रीय ध्वज की पेटिंग उकेरी गई थी। जिला प्रशासन द्वारा  लेकिन इसी सैनिक भवन की दीवार पर उकेरी गई तिरंगे की तस्वीर के साथ में ही कुछ ही दूरी पर मौजूद एक निजी अस्पताल ने कूड़ादान बना लिया है। एक स्थानीय कांग्रेसी नेता के इस निजी अस्पताल से पूरा दिन एकत्रित होने वाली गंदगी व कूड़े को इसी दीवार के साथ प्रतिरोज डाल दिया जाता है जोकि सीधे रूप से तिरंगे का अपमान माना जा रहा है।

खुले में पड़े होने वाले इस कूड़े से गंदगी व संक्रामक बिमारियां तो फैलती ही है साथ ही तिरंगे के साथ डाले जा रहे इस  कूड़े को देखकर लोगों में तिरंगे के प्रति जो भाव है वह भी बुरी तरह से आहत हो रहे है। हैरत की बात तो यह है कि यह सिलसिला पिछले कई रोज से चल रहा है और इस पूरी कार्यवाहीं को जिला सैनिक बोर्ड के अधिकारी भी हर रोज देख रहे है,लेकिन इन सबके  बावजूद न तो इस गंदगी को डालने के लिए रोकने की दिशा में कोई कार्यवाहीं हो रही है और न ही आरोपी अस्पताल के खिलाफ ही कोई कार्यवाहीं की जा रही है। मामले में विशेष बात यह भी है कि इसी जिला सैनिक बोर्ड के साथ में ही जिला नागरिक अस्पताल भी है।

हजारों मरीज व उनके साथ आने वाले तिमारदारों के अलावा नागरिक अस्पताल का प्रबन्धन भी यहां से गुजरता है लेकिन मामले में कोई कार्यवाहीं की जाए इस बात से सभी  गुरेज कर रहे है। यहां यह भी बताना मुनासिब होगा कि झज्जर के नागरिक अस्पताल में गंभीर स्थिति में आने वाले मरीजों को आरोपी निजी अस्पताल में पैसों की सांठ-गांठ कर मरीज भेजे जाने के आरोप नागरिक अस्पताल प्रबन्धन पर लगते रहे है। ऐसे में आरोपी निजी अस्पताल के खिलाफ कोई कार्यवाहीं हो इसको लेकर भी नागरिक अस्पताल प्रबन्धन की कार्यशैली पर निशान लग रहे है।

आप को बता दे की झज्जर शहर को चमकाने व सौन्दर्यीकरण के लिए जिला उपायुक्त सोनल गोयल के आदेशों से स्कूल ,कालेजों ,व सरकारी भवनों की दीवारों पर पेंटिंग कराई गई थी साथ ही जिला सैनिक विश्राम ग्रह की दीवार पर तिरंगा पेंटिंग की गई थी आस पास के निजी हस्पताल व् दुकानदारों और रेहड़ियों का कूड़ा तिरंगा पेंटिंग के आगे डाला जाता है इस समश्या को लेकर कई बार जिला उपायुक्त व परशान के संज्ञान में भी लाया जा चूका मेन सर्कुलर रोड होने के कारण मंत्रियो व जिला प्रशासन का वहा से आना जाना भी लगा रहता है फिर भी तिरंगे की तरफ कोई धियान नहीं दिया जा रहा.

ग्रामीणों का कहना है तिरंगा देश की शान है  तिरंगे की रक्षा के लिए सैनिकअपने प्राणों की आहूति  देते है

जिला प्रशासन ने तिरंगा पेंटिंग तो बनवाई पर साथ ही कूड़ादान बना डाला इस पर जिला प्रशासनिक धिकारियों को धियान देना चाहिए और साफ़ सफाई भी करवानी चाहिए हमारे तिरंगे का अपमान है जो यहां कूड़ा डालते है उन लोगो पर क़ानूनी कारवाही होनी चाहिए व्ही एक दुकानदार ने बताया तिरंगा पेंटिंग बनाई जा रही थी तब मना भी किया गया था क्युकी कूड़ा पहले से ही डाला जा रहा था निजी हस्प्ताल द्वारा नगरपालिका के कर्मचारी भी नहीं करते सफाई

वही मिडिया कर्मियों ने कृषि मंत्री धनखड़ से तिरंगा पेंटिंग को लेकर पूछा गया तो मंत्रीने  मिडिया कर्मियों से बात करते हुए कहा ये गलत है और जिला प्रशसान को धियान देना चाहिए म खुद जिला प्रशासन से पूछूंगा सफाई क्यों नहीं की जा रहिए है अगर तिरंगा बना दिया तो धियान भी रखे देश की शान बान है तिरंगा

झज्जर नगरपालिका सचिव ने भी झाड़ा पल्ला यह बोले पालिका सचिव: मामला उनके संज्ञान में लाया गया था। एसडीम साहब ने भी उन्हें इस बारे में निर्देश दिए थे। जिसके बाद एक कर्मचारी की डयूटी भी वहां पर लगाई गई है। यहां तक कि जो निजी अस्पताल है वहां भी मैसेज भेजकर उन्हें इस बारे में चेतावनी दी गई है। लेकिन फिर भी यहां पर कूड़ा डालना बंद नहीं हो रहा है। लेकिन इतना जरूर है कि वह यहां डाले जाने वाले कूड़े को हर रोज सुबह के समय ही उठवा देते है। फिर भी यदि कोई यहां पर कूड़ा डालते हुए रंगे हाथों पकड़ा जाता है तो उसके खिलाफ कार्यवाहीं अवश्य अमल में लाई जाएगी।