मांगों को लेकर हड़ताल पर बैठे MPHW कर्मचारी

खबरें अभी तक। संघर्ष करने के बावजूद मांगे पूरी न करने के विरोध में MPHW कर्मचारी आज से अनिश्चितकाल के लिए धरने पर बैठ गए हैं। कर्मचारियों का कहना है कि अगर समय रहते सरकार ने उनकी मांगों को पूरा नहीं किया और नोटिफिकेशन जारी नहीं किया तो उनका यह धरना बड़े आंदोलन का रूप ले सकता है, जिसके लिए सरकार पूरी तरह जिम्मेदार होगी और आने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी सरकार को इसका भारी खामियाजा भी भुगतना पड़ सकता है।

रेवाड़ी सरकारी ट्रामा सेंटर के गेट पर बैठे इन कर्मचारियों का कहना है कि वे अपनी मांगों को लेकर लंबे समय से संघर्ष करते आ रहे हैं। पिछले दिनों मुख्यमंत्री खट्टर और स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने उनकी मांगों को तो मान लिया, लेकिन फाइल अभी फाइनेंस विभाग के पास अटकी हुई है। ऐसे में उन्हें मजबूरन यह कदम उठाना पड़ा है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने उनकी मांगों को पूरा नहीं किया तो वे घर-घर जाकर इसका प्रचार करेंगे और BJP को इसका खामियाजा आने वाले विधानसभा चुनावों में भुगतना पड़ सकता है।कर्मचारियों की मांग है कि उनका पे स्केल 4200 रुपये बढ़ाया जाए। साथ ही उन्हें ड्रेस एलाउंस देने के अलावा उनका टीए भी बढ़ाया जाए।

आपको बता दें कि रेवाड़ी स्वास्थ्य विभाग में करीब 250 एमपीएचडब्ल्यू कर्मचारी काम कर रहे हैं, जो वर्ष 2015 से अपनी लंबित मांगों को लेकर धरने पर बैठ गए हैं। उनके धरने पर जाने से यहां स्वास्थ सेवाएं भी प्रभावित होती दिखाई पड़ रही है।