जेल प्रशासन की सराहनीय पहल, जेल में बहनों द्वारा भाइयों को राखी बांध कर मनाया गया रक्षाबंधन का त्यौहार

खबरें अभी तक। यूपी के गाजियाबाद स्थित डासना जेल में आज रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया गया जेल में बहनों द्वारा भाइयों को राखी बांधी गई यहाँ 5000 बंदी बंद है। रक्षाबंधन के मौके पर करीब 80 से 85% कैदियो की बहन यहां मिलाई के लिए आयी और भाई की कलाई पर राखी बांधी।

जेल के बाहर लाइन में लगकर यह सभी बहन है जेल में बंद अपने भाइयों की कलाई पर और रक्षा का सूत्र यानी राखी बांधने आई है। डासना जेल प्रशासन ने  पूरी व्यवस्था की  और सभी महिलाओं को  यह अवसर दिया।  कि वह अपने भाइयों को राखी बांध सकती हैं।  इसी के तहत आज  डासना जेल में रक्षाबंधन का पर्व मनाया गया हलाकि भाइयो को जेल में देख बहनों में भावुकता भी देखी गई।

जेल में बंद अपने भाइयों के राखी बांधने आई महिलाओं का कहना है। कि बहनों  कि उन्हें बहुत समय बाद अपने भाइयों को देखकर शकुन मिला।क्योकि भाई बहन के प्यार का दिन है। राखी बांधने के लिए आज जेल प्रशासन की तरफ से खुले में मिलाई की बात की गई है। जिसको देखते हुए आज अपने भाइयों के साथ सामने पाकर इन महिलाओ की  खुशी भी महसूस हुई है। और दुख हुआ है कि राखी जेल में बांधनी पड़ी।

जेल में बंद अपने भाइयो से मिलने के लिए काफी तादाद में महिला  पहुंची। जेल में अपने भाइयों से मिलने पहुंची सभी बहनों को  तीनसौ तिनसों के बैच में मिलवाया गया। ताकि व्यवस्था खराब ना हो। आज जेल में 4042  बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधी।  सुरक्षा की दृष्टि से पूरे इंतजाम किए गए हैं। बाहर से भी महिला फोर्स को बुलाया गया है। सुरक्षा चाक-चौबंद की गई है। इस दौरान कोई भी महिला जेल के अंदर बाहर से कोई खाने की वस्तु नहीं लेकर गई और ना ही उन्हें लागू किया गया सारी व्यवस्था जेल के अंदर ही मौजूद रहे।

हालांकि जेल प्रशासन की यह पहल काफी सराहनीय रही। करीब 4000 से ज्यादा महिलाओं ने जेल में बंद अपने भाइयों के हाथ पर राखी बांधी। इस सब के लिए इन महिलाओं को घंटों का इंतजार करना पड़ा और लाइन में लगना पड़ा लेकिन अपने भाई से मिल कर के रक्षाबंधन के त्यौहार पर राखी बांध महिला काफी खुश नजर आ रही थी।